आजमगढ़। आटो रिक्शा चालक उत्तर प्रदेश के प्रदेश संरक्षक प्रभु नारायण पांडेय प्रेमी के नेतृत्व में शुक्रवार को समिति के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर छह सूत्रीय मांग पत्र को पूरा किये जाने की मांग किया। डीएम ने एसपी से वार्ता कर सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। डीएम के आश्वासन के बाद समिति का होने वाले भूख हड़ताल को स्थगित कर दिया।
समिति के प्रदेश अध्यक्ष कृपाशंकर पाठक ने कहाकि पुलिस द्वारा आटो व ई-रिक्शा चालकों का उत्पीड़न एवं अवैध धनउगाही की जा रही है। इतना ही नहीं इनका चालान भी किया जा रहा है। उन्होने कहाकि लम्बे समय से आटो रिक्शा को 15 साल की परमिट दिये जाने की मांग को अनदेखी कर रहे है। इनके द्वारा जनपद में जो 48 केन्द्र चिन्हित किये गये है उन स्थानों का अभी तक विकास नहीं हो सका है। आटो रिक्शा चालक टैक्स के रूप में सरकार को हर साल करोड़ों रूपये दे रहे है, सुविधा के नाम पर इनको आटो चलाने के लिए टूटी सड़के मिल रही है। महामंत्री छोटेलाल ने कहाकि एक तरफ सरकार विकास की बात कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन लोगों को उजाड़ने पर लगा है। उन्होने मांग किया नगर एवं देहात क्षेत्रों में चलने वाले आटो, ई-रिक्शा चालकों का ई चालान बंद किया जाय। नगर और देहात क्षेत्र में आटो रिक्शा चालक को पड़ाव दिया जाय। इसके अलावा यातायात कमेटी की बैठक बुलाकर चालकों की समस्याओं का निस्तारण किया जाय। कोषाध्यक्ष विरेन्द्र यादव ने कहाकि जनपद में जगह जगह आटो रिक्शा चालकों से अवैध वसूली की जा रही है, इस पर रोक लगाई जाय। पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है इसको कम किया जाय। साथ ही सीएनजी की आपूर्ति सभी पेट्रोल पम्पों पर करने की व्यवस्था की जाय। इस अवसर पर शाहिद अहमद, अरविन्द सिंह, हलधर दूबे, राजेन्द्र तिवारी, ओंमकार विश्वकर्मा, मुकेश लाल, मधुसूदन पाण्डेय, अनिल, कोमल, कन्हैया गुप्ता, अनिल पटेल, रामा गोंड, एजाज, गणेश साहनी, उजैर अहमद, दानिश आदि मौजूद रहे।
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