प्रदेश सरकार की खेल नीति से, खिलाड़ियों में खेलों के प्रति बढ़ा रूझान

आजमगढ़ 17 सितम्बर– मानव इस भूमण्डल का सबसे महत्वपूर्ण प्राणी है। मानव में अन्य प्राणियों की अपेक्षा सोचने-समझने, चिन्तन करने की शक्ति अधिक होती है किन्तु मस्तिष्क के विकास के साथ-साथ शारीरिक शक्ति होना भी जरूरी है। जीवन की पहली आवश्यकता स्वस्थ शरीर है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए शारीरिक श्रम, व्यायाम, योग एवं खेलकूद आवश्यक है। खेल चाहे किसी भी तरह का हो उससे शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के साथ गहराई से जुड़ा है। खेल एक शारीरिक क्रिया है, जिसके तरीके और नाम अलग हैं। खेल मनुष्य के अन्दर प्रेरणा, साहस, उत्साह, अनुशासन, स्वस्थ स्पर्धा और एकाग्रता लाता है। व्यक्ति के व्यक्तित्व के वृद्धि तथा विकास के साथ ही खेल देश के लिए भी उपयोगी है। खेल मनुष्य में अच्छी भावना, समानता और सामूहिकता का भाव लाता है। खेल समाज के हर उम्र के पुरूषों महिलाओं को पसंद होता है, चाहे गॉव का गुल्ली डंडा हो या उच्चवर्ग का कहा जाने वाला क्रिकेट। आज गॉवों, कस्बों, नगरीय के स्कूल कालेजों सहित हर स्तर पर खेल स्पर्धाएं हो रही हैं और युवा खेल स्पर्धाओं में खुलकर भाग ले रहे हैं।
भारत सरकार द्वारा खेलों के विकास के लिए हर तरह की सुविधा दी जा रही है। ’’खेलो इंडिया’’ नीति के तहत दी जा रही सुविधाओं, व्यवस्थाओं का ही परिणाम है कि आज ’’टोक्यो ओलम्पिक 2020’’ में विभिन्न खेलों में भारत ने पूर्व में हुए ओलम्पिक में प्राप्त मेडल्स की अपेक्षा इस बार के ओलम्पिक में सबसे अधिक मेडल्स जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण स्तर पर स्टेडियम का निर्माण कराया है। जहॉ युवक/युवतियॉ अभ्यास करते हुए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदेश सरकार खेलां को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के 19 जनपदों में 16 खेलों के खिलाड़ियों के लिए 44 छात्रावासों का संचालन करते हुए भोजन, आवासीय सुविधा, शिक्षा, चिकित्सा, खेलकिट व उपकरण की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध करा रही है। आवासीय क्रीडा छात्रावासों में खिलाड़ियों को योग्य प्रशिक्षकों द्वारा वैज्ञानिक एवं आधुनिक तरीके से प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की जा रही है। जिससे खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हुए श्रेष्ठ प्रदर्शन कर पदक प्राप्त कर प्रदेश और देश का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं। प्रदेश के आवासीय क्रीड़ा छात्रावासों में रहने के लिए खिलाड़ियों का जिला, मण्डल एवं राज्य स्तरीय ट्रायल्स में चयन करके उदीयमान खिलाड़ियों को 15 दिवसीय केन्द्रीय प्रशिक्षण शिविर में खेल कराकर खेल विशेषज्ञों की समिति द्वारा चयन किया जाता है। चयनोपरान्त क्रीड़ा छात्रावास में प्रवेश देकर खिलाड़ियों को सम्बन्धित खेल में उच्चस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाता है।
खेलों के विकास के लिए प्रदेश में 3 स्पोर्टस कालेज संचालित किये जा रहे हैं। जिनमें गुरू गोविन्द सिंह स्पोर्टस कालेज लखनऊ, वीर बहादुर सिंह स्पोर्टस कालेज गोरखपुर, सैफई स्पोर्टस कालेज सैफई, इटावा है। इन स्पोर्टस कालेजेज में क्रिकेट, हॉकी, फुटबाल, वालीवाल, एथलेटिक्स, जिम्नास्टिक, कुश्ती, तैराकी, कबड्डी, जूडो, लानटेनिस, बैडमिन्टन आदि खेलों में खेल विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा खिलाड़ियों को वैज्ञानिक एवं अत्याधुनिक तरीके से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन स्पोर्टस कालेजेज से प्रशिक्षण प्राप्त कर कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश व देश का नाम गौरवान्वित किया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने खिलाड़ियों के प्रशिक्षण मद में 4 करोड़ रूपये की बढ़ोत्तरी करते हुए 11 करोड़ रूपये कर दिया है। जबकि वर्तमान सरकार के पूर्व मात्र 7 करोड़ रूपये ही थी। उसी तरह मुख्यमंत्री जी ने खिलाड़ियों के भोजन, किट, शिक्षा, चिकित्सा आदि मदों में भी बढ़ोत्तरी कर उन्हें सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
प्रदेश में खेलों का विकास गॉव स्तर से राज्य स्तर तक युवाओं एवं खिलाड़ियों का चिन्हाकन कर खेलों में प्रतिभागिता, वृद्धि, खेल कौशल में उत्कृष्टता लाने एवं स्थानीय परम्परागत खेलों को बढ़ावा देने के लिए ’’उत्तर प्रदेश खेल विकास एवं प्रोत्साहन समिति’’ का पुनर्गठन किया गया है जो प्रदेश की समस्त तहसीलों, जनपदों, मण्डलों तथा राज्य स्तर पर लागू किया जा रहा है। इस नियमावली से प्रदेश में गॉवों से लेकर राज्य स्तर तक सभी खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को ध्यान में रखते हुए उनकी प्रतिभा को निखारते हुए खेल कुशल बनाया जा रहा है। खेलों इण्डिया के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा ’’एक जिला, एक खेल’’ योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 75 जनपदों में ’’प्रशिक्षण शिविर’’ संचालित किये जाने की स्वीकृत दी गई है जिससे प्रदेश में प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गये हैं।
प्रदेश के मा0 राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ’’टोक्यो ओलम्पिक-2020’’ में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों एवं उ0प्र0 के प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों तथा टीम गेम्स के स्पोर्टिंग स्टाफ सहित कुल 70 खिलाड़ियों/सदस्यों को कुल रू0 41.90 करोड़ की धनराशि से सम्मानित किया है। खिलाड़ियों का यह सम्मान समारोह श्री अटल बिहारी बाजपेयी इकाना अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, लखनऊ में आयोजित करते हुए खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि से पुरस्कृत किया है।

—-जि0सू0का0 आजमगढ़-17-09-2021—–