लखीमपुर हिंसा में 24 की शिनाख्त, 7 हिरासत में, FIR दर्ज, STF से जांच, नौकरी सहित 45 लाख मुआवजे का एलान
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी किसानों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समर्थकों के बीच हुए हिंसक झड़प की जांच अब हाईकोर्ट के पूर्व जज की उपस्थिति में एसटीएफ करेगी. मिल रही जानकारी के मुताबिक एसटीएफ आज शाम से ही जांच अपने हाथ में ले लेगी. उधर पुलिस ने हिंसा के बाद वायरल वीडियो से 24 लोगों की शिनाख्त की है. साथ ही पुलिस सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. मृतकों के परिवार को 45-45 लाख का मुआवजा व नौकरी तथा घायलों को 10-10 लाख दिए जाएंगे.
इससे पहले पूरे मामले में पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवा सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ़्तारी नहीं हुई है. उधर लखीमपुर जिला प्रशासन और किसानों के बीच बैठकों का दौर जारी है. किसानों की मांग है कि अजय मिश्रा को मंत्री पद से हटाया जाए. उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तार किया जाए. इसके अलावा मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.
इस बीच मामले को लेकर लखीमपुर खीरी से लेकर लखनऊ तक बवाल मचा हुआ है और जमकर सियासत जारी है. पुलिस ने लखीमपुर जाने के जिद पर अड़े अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव, संजय सिंह समेत तमाम नेताओं को हिरासत में लिया गया है. विपक्ष का आरोप है कि उसे पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जा रहा है.