पूर्व विधानसभाध्यक्ष सुखदेव राजभर का लखनऊ में निधन, आजमगढ़ में पैतृक गांव में लाया जाएगा पार्थिव शरीर

आजमगढ़ के दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र से बसपा से विधायक 85 वर्षीय सुखदेव राजभर का गंभीर बीमारी के चलते बीती रात लखनऊ में उनके आवास पर निधन हो गया। वह पिछले काफी दिनों से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और लखनऊ के अस्पतालों में उनका उपचार चल रहा था। 2 दिन पूर्व ही चंदन अस्पताल से उनको रेफर कर दिया गया था। डॉक्टरों के कहने पर परिजन लखनऊ आवास लाए थे, जहां बीती रात निधन हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास आजमगढ़ के बरदह थाना के बड़गहन पर मंगलवार को ले जाया जाएगा, जहां लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे। सुखदेव राजभर चार बार बसपा से आजमगढ़ के लालगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। इसके बाद नए परिसीमन में नए बने दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र में उनको पहली बार 2012 में सपा के आदिल शेख से हार मिली थी लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में फिर से वह दीदारगंज से बसपा के लिए विधायक चुने गए। सुखदेव राजभर बसपा कार्य सरकार के कार्यकाल में विधानसभा अध्यक्ष पद पर रहे और इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा मंत्री व अन्य महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किये। सुखदेव राजभर आजीवन बसपा से जुड़े रहे लेकिन अंतिम समय में उनका अपनी पार्टी से मोहभंग हो गया जब वह गंभीर बीमार थे। तब समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव उनसे मिलने लखनऊ स्थित उनके आवास पर गए थे जहां पर सुखदेव राजभर ने अपने पुत्र कमल कांत राजभर को उनके हाथों सौंपने की बात कही थी उनके पुत्र कमल कांत राजभर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।