आजमगढ़। मानव जनहित सेवा ट्रस्ट जाफरपुर द्वारा शिव काली मंदिर पर आयोजित श्री शतचंडी महायज्ञ एवं संगीतमय दिव्य श्रीराम कथा में प्रथम दिन भगवान श्रीराम के चरित्र का सुंदर वर्णन हुआ।
प्रवचन करते हुए बाल व्यास पंडित कौशल किशोर जी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र का अनुकरण प्रत्येक मनुष्य को करना चाहिए । भगवान श्री राम जी का चरित्र अनुकरणीय है, श्रीराम का आदर्श अनंत काल से संपूर्ण समाज के लिए पथ प्रदर्शन रहा है । बाल व्यास जी माला के महात्म्य की चर्चा करते हुए कहा कि प्रत्येक सनातन धर्मी माला से जप करता है जो 108 दाने की होती है । हमारे सनातन धर्म में 108 को पूर्णांक माना जाता है। हिंदी वर्णमाला राम के नाम में 54 गुण और सीता के नाम 54 गुण होते हैं जिसके योग से 108 का अंक बनता ह,ै जो परम पवित्र माना जाता है । इस प्रकार व्यास जी देर रात तक श्रोताओं को आनंदित करते रहे ।इस अवसर पर राय अनूप कुमार श्रीवास्तव, जगदंबा प्रसाद, अजय वर्मा, प्रमोद वर्मा ,संजय चौरसिया, संतोष वर्मा, हरीश वर्मा, तेज प्रताप सिंह, रमाशंकर सिंह, डॉ विनोद वर्मा आदि मौजूद रहे।