लखनऊ। विधानसभा चुनाव 2022 के यूनाइटेड डेमोक्रेटिक अलायन्स समर्थित राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के अधिकृत प्रत्याशियों की द्वितीय सूची कल देर रात जारी हुई। इस सूची में आज़मगढ़ की भी एक सीट का नाम है। ’दीदारगंज सीट’ से ओलमा कौंसिल ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो0 आमिर रशादी के पुत्र और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ के निवर्तमान सचिव ’हुजैफा आमिर रशादी’ को अपना प्रत्याशी बनाया है।
दीदारगंज सीट पर कौन्सिल की मज़बूत पकड़ मानी जाती है और इसी सीट पर 2012 में वर्तमान बसपा प्रत्याशी भूपेंद्र सिंह ओलमा कौंसिल के टिकट पर लगभग 40,000 वोट पाए थे। सपा से पूर्व विधायक आदिल शेख का टिकट कटने के बाद मुस्लिम वोटरों में एक नाराज़गी है जिसका फायदा ओलमा कौन्सिल को मिल सकता है क्योंकि मुस्लिम वोटरों की संख्या इस सीट पर अधिक है। राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के इस कदम से दीदारगंज का समीकरण बदलता हुआ नजर आ रहा है और जनता के बीच एक नई चर्चा शुरू हो गयी है। हुजैफा आमिर के चयन का वोटरों पे कितना असर पड़ेगा ये तो 10 मार्च को पता चलेगा पर ये है कि क्षेत्र चुनाव दिलचस्प ज़रूर हो गया है और लड़ाई चौतरफा होती दिख रही है।
हुजैफा रशादी की पहचान एक तेज़ तर्रार छात्र नेता व वक्ता के रूप में होती है। हुजैफा एक दशक बाद जनपद आजमगढ़ का एएमयू छात्रसंघ में प्रतिनिधित्व करने वाले बने हैं और देश भर में विभिन छात्र आंदोलनों में भागीदारी रही है और इस कारण युवाओं में एक खास पकड़ है।