आजमगढ़, 3 फरवरी 2022
कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए प्रति वर्ष विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। दिनांक 04 फरवरी, 2022 को विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जायेगा। इस वर्ष “विश्य कैंसर दिवस” की थीम “क्लोज़ द केयर गैप” है। यह *कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी का।
डॉ तिवारी ने बताया कि इस अवसर पर जनपद में जन-जागरूकता कार्यक्रम, सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यम से जन-समुदाय को कैंसर के प्रति जागरूक किया जायेगा। विश्व कैंसर दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एन०सी०डी० प्रकोष्ठ, तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ, जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ के संविदा कर्मियों का भी सहयोग रहेगा।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ एके सिंह ने बताया कि पुरुषों में फेफड़े, प्रोस्टेट ,कोलोरेक्टल, पेट और लीवर का कैंसर सबसे आम होता है। जबकि महिलाओं को ब्रेस्ट, कोलोरेक्टल, फेफड़े, सर्वाइकल और थायराइड का कैंसर ज्यादा होता है। महिलाओं में बच्चेदानी के मुंह (सर्विस) का कैंसर एवं स्तन कैंसर सबसे ज्यादा होता है।
पैरामेडिकल स्टाफ यानी नर्स, एएनएम आदि लोगों को जागरूक कर प्रारंभिक स्टेज में ही रोग की पहचान कर इसका निदान किया जा सकता है। इससे मरीज का जीवन पूरी तरह से सुरक्षित हो जायेगा। स्तन कैंसर चार फीसद तक वंशानुगत होता है। यदि परिवार के किसी सदस्य को स्तन कैंसर रहा है तो परिवार के अन्य महिलाओं को 40 वर्ष की उम्र के बाद समय-समय पर मैमोग्राफी जांच करानी चाहिए। सरवाइकल कैंसर पर चर्चा करते हुए उन्होंने (एचपीवी) ह्यूमन पैपीलोमा वायरस के विषय में भी बताया। केवल पैप स्मियर इक्जामिनेशन के माध्यम से सरवाइकल कैंसर का पता प्रारंभिक स्थिति में ही लगाया जा सकता है। यदि किसी महिला को असामान्य योनिस्राव, भूख न लगती हो, वजन लगातार घट रहा हो तो तुरंत जांच करानी चाहिए। ब्लड की ल्यूकोमिया, हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस-सी वायरस के चलते होने वाले लीवर कैंसर के लिए भी सचेत रहने को कहा। जागरूक रहकर इस बीमारी से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।
कैंसर के लक्षण-
इसके लक्षण शरीर के किसी भाग में अचानक ऊतक का बढ़ जाना, शरीर में थकान, मुंह से मवाद आना, पीरियड्स में तकलीफ, कमजोरी, स्तन में अचानक बदलाव आदि हैं।
कैंसर के कारण-
कैंसर के आम कारणों में धूम्रपान, तम्बाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे से निकली रेज़, सूरज से निकलने वाली यूवी रेज़, इंफेक्शन, फैमिली के जीन आदि होते हैं।
कैंसर से बचाव के उपाय-
धूम्रपान, तम्बााकू, सुपाडी, पान, मसाला, गुटका, शराब आदि का सेवन न करें। विटामिन युक्त और रेशे वाला ( हरी सब्जीी, फल, अनाज, दालें) पौष्टिक भोजन खायें। कीटनाशक एवं खाद्य संरक्षित रसायनों से युक्त पदार्थ धोकर ही खायें।