आजमगढ़ः बायोमैट्रिक क्लोनिंग के जरिए खाते से रूपए उड़ाने वाला गिरफ्तार अब तक 165 लोगों से 20 लाख रूपए की फेरा-फेरी

आजमगढ़। साइबर पुलिस ने ग्राहक सेवा केन्द्रो से लोगो के अंगूठे का छाप लेकर उसकी बायोमैट्रिक क्लोनिंग के जरिए एईपीएस माध्यम से बैंक खातों से लाखो रुपये निकालने वाला शातिर साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से बने हुए क्लोन फिंगर प्रिन्ट एंव फिंगर प्रिन्ट बनाने के उपकरण, लैपटाप मय चार्जर पालीमर कैमिकल, बायोमेट्रिक स्कैनर, बने हुए फिंगर क्लोन 209 अदद, फिंगर प्रिंट पैड, बटर पेपर, कांच प्लेट पॉलीमर, आधार कार्ड व पैन कार्ड बरामद किया।

 

पुलिस के अनुसार, मेहनाजपुर निवासी मो० गफ्फार खां सूचना दिया कि मेरे बडौदा यूपी ग्रामीण बैंक खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति ने आधार कार्ड के माध्यम से फर्जी अंगूठा लगाकर करीब 2 लाख रु0 निकाल लिए। इस सूचना पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी की तलाश में जुट गई। शुक्रवार को प्रभारी निरीक्षक अनिल सिंह ने मुखबिर की सूचना पर मेहनाजपुर तिराहे से प्रकाश में आये आरोपी अहागीर शेख उर्फ़ आदिल पुत्र अली अब्बास निवासी शिहुका अबीरपुर थाना मेह्नाजपुर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ की गयी तो यह तथ्य सामने आया कि अभियुक्त अहागीर 01 साल पहले ग्राहक सेवा केंद्र चलाता था। एक दिन मेरे ग्राहक सेवा केंद्र पर राबर्ट्सगंज का रहने वाला अजीत सिंह आया जो मुझे फिंगर क्लोनिंग करना सिखाया।

 

उसके बाद मै ग्राहक सेवा केंद्र पर आये हुए लोगो से उनके अंगुंठे का निशान आधार कार्ड एवं अन्य डिटेल ले लेते है। फिर उसी अंगुठे की निशान को बटर पेपर पर स्कैन कर लेते है उसके बाद बटर पेपर को रबर पर रखकर थंब इम्प्रेशन मशीन के माध्यम से इम्प्रेश करते है जिससे उस अंगूठे का निशान रबर या पॉलीमर पर आ जाता है और उस व्यक्ति के अंगूठे का क्लोन फिंगरप्रिंट तैयार हो जाता है। उसके बाद फर्जी एईपीएस बैंकिंग आईडी से क्लोन फिंगरप्रिंट के माध्यम से आधार कार्ड से लिंक बैंक खातो से रुपये निकाल लेते हैं। ऐसे ही हम कई लोगो का फिंगरप्रिंट का क्लोन बनाकर बैंकिंग धोखाधड़ी कर आर्थिक लाभ कमाते हैं। आरोपी ने बताया गया कि मेरे द्वारा 165 लोगो के साथ फ्रॉड कर करीब 15 से 20 लाख रूपये निकाले गये है। जिसकी जाँच की जा रही है।