सोनभद्र : एक ही मंडप में तीन पीढ़ियों ने रचाई शादी, एक ही मंडप में पहले दादा-दादी, फिर माता-पिता और भाई-भाभी का विवाह हुआ

सोनभद्र। जिले के दुद्धी तहसील का दिघुल गांव अनूठी शादी का गवाह बन गया। यहां एक शादी में एक ही मंडप में पहले दादा-दादी, फिर माता-पिता और भाई-भाभी का विवाह हुआ। इसके बाद बेटी का कन्यादान किया गया। इस शादी को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस विवाह की पूरे इलाके में खूब चर्चा रही।

दरअसल, दिघुल गांव में रहने वाले नंद कुमार की बेटी सपना की शादी तय थी। शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। अब बारी थी सपना का कन्यादान कर खुशी-खुशी उसे ससुराल विदा करने की। तभी गांव के लोगों के बीच यह चर्चा होने लगी कि सपना का कन्यादान कौन करेगा। दरअसल, दुल्हन सपना के माता-पिता से लेकर दादा-दादी या फिर उनके बड़े भाई का प्रेम विवाह हुआ है। हिंदू परंपरा के अनुसार विवाह की रस्में नहीं हुई थीं। ऐसे में लोगों के बीच उनकी शादी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं थी।

यह बात दुल्हन सपना को पता चली तो उसने यह कहते हुए खुद शादी करने से मना कर दिया कि जब तक उनके माता-पिता व दादा-दादी और बड़े भाई की शादी सामाजिक रीति रिवाज से नहीं होगी, वह भी शादी नहीं करेगी। उसके बाद सपना के माता-पिता व उनके बड़े भाई व भाभी का विवाह हिंदू रीति-रिवाज के साथ संपन्न हुआ। तब जाकर सपना की शादी हुई, जिसका कन्यादान उनके पिता नंद कुमार ने किया। इस अनोखी शादी की चर्चा पूरे गांव में हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि नंद कुमार के घर में प्रेम विवाह एक परंपरा बन गया था, लेकिन बेटी की वजह से नई परंपरा की शुरुआत हुई।