लखीमपुर-खीरी। बेहजम बा स्कूल में 21 अप्रैल को छात्राओं को बंधक बनाने की आरोपी दोनों शिक्षिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। जांच के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद बीएसए की संस्तुति पर डीएम ने अनुमोदन कर दिया। छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए ईसानगर और लखीमपुर स्कूल से एक-एक शिक्षिका को बेहजम भेजा गया है। बेहजम में तैनात रही आशा रानी पाठक का तबादला ईसानगर होने के बाद उनको रिलीव कर दिया गया है।

बेहजम बा स्कूल में शिक्षिकाओं के बीच आपसी गुटबाजी पिछले कई महीनों से चल रही थी। मार्च में ही बीईओ की रिपोर्ट के बाद जिला स्तरीय समिति की बैठक और डीएम के अनुमोदन के बाद यहां की चार पूर्णकालिक शिक्षिकाओं मनोरमा मिश्रा, गोल्डी कटियार, आशा रानी पाठक और श्रीदेवी का तबादला दूसरे स्कूलों में कर दिया गया। 21 अप्रैल की शाम को अचानक यह मामला सामने आया कि यहां की बीस से ज्यादा छात्राओं को स्कूल की छत पर बंद कर दिया गया है।

मामले की सूचना मिलते ही बीएसए डॉ.लक्ष्मीकांत पाण्डेय, डीसी बालिका शिक्षा रेनू श्रीवास्तव, पुलिस पहुंच गई। छात्राएं छत से उतारी गईं। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रेनू श्रीवास्तव ने शिक्षिका मनोरमा मिश्रा, गोल्डी कटियार के खिलाफ छात्राओं को छत पर जबरन रोकने, तबादला रुकवाने के लिए छात्राओं को बरगलाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। बीएसए ने मामले की जांच के लिए बीईओ मुख्यालय सुभाष वर्मा, बीईओ बेहजम शमशेर राणा, डीसी समेकित शिक्षा माला श्रीवास्तव व एसआरजी अनुपमा मिश्रा की जांच कमेटी बनाई।

कमेटी ने स्कूल की छात्राओं, सभी शिक्षिकाओं, वार्डेन और यहां की रसोइयों के बयान दर्ज किए। बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पाण्डेय ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट में शिक्षिकाएं मनोरमा मिश्रा, गोल्डी कटियार दोषी मिली हैं। डीएम के अनुमोदन के बाद दोनों की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। बेहजम स्कूल से तबादला होने वाली आशा रानी पाठक को ईसानगर के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। श्रीदेवी अभी बेहजम में ही हैं। बीएसए ने बताया कि स्कूल में शिक्षण कार्य न प्रभावित हो इसके लिए लखीमपुर व ईसानगर स्कूल से एक-एक शिक्षिका को बेहजम भेजा गया है।