इफ्को के तत्वावधान में नैनो यूरिया तरल आधारित विकास खंड स्तरीय किसान गोष्ठी पल्हनी ब्लाक में सम्पन्न हुई।
आजमगढ़ 05 मई– इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड इंडिया (इफ्को) के तत्वावधान में नैनो यूरिया तरल आधारित विकास खंड स्तरीय किसान गोष्ठी पल्हनी ब्लाक सभागार में आज सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में निदेशक जिला सहकारी बैंक लिमिटेड आजमगढ़ व जिला मंत्री डॉ0 शैलेन्द्र नाथ यादव मौजूद रहे।
किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए निदेशक जिला सहकारी बैंक लिमिटेड आजमगढ़ व जिला मंत्री डॉ0 शैलेन्द्र नाथ यादव ने कहा कि नैनो यूरिया नैनो तकनीकी पर आधारित एक अनूठा उर्वरक है जो कि विश्व में पहली बार विकसित किया गया है तथा भारत सरकार द्वारा अनुमोदित है। फसल की क्रांति का अवस्थाओं पर नैनो यूरिया का पत्तियों पर छिड़काव करने से नाइट्रोजन की सफलतापूर्वक आपूर्ति हो जाती है, जिससे उत्पादन वृद्धि के साथ-साथ पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है, क्योंकि इसका इस्तेमाल पत्तियों पर छिड़काव के रूप में होता है और यह सामान्य दानेदार यूरिया की तरह जमीन में जाकर मिट्टी को भी दूषित नहीं करता है।
कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के वैज्ञानिक डा0 रणधीर नायक ने कहा कि नैनो यूरिया का 2 से 4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी के घोल का खड़ी फसल में छिड़काव करना चाहिए, नाइट्रोजन की कम आवश्यकता वाली फसलों में 2 मिलीलीटर एवं नाइट्रोजन की अधिक आवश्यकता वाली फस में 4 मिलीलीटर तक नैनो यूरिया प्रति लीटर पानी की दर से उपयोग किया जा सकता है, अनाज, तेल, सब्जी, कपास इत्यादि फसलों में दो बार तथा दलहनी फसलों में एक बार नैनो यूरिया का उपयोग किया जा सकता है, जिसमें पहला छिड़काव अंकुरण या रोपाई के 30 से 35 दिन बाद तथा दूसरा छिड़काव फूल आने के 1 सप्ताह पहले किया जा सकता है, एक एकड़ खेत के लिए प्रति छिड़काव लगभग 125 लीटर पानी की मात्रा पर्याप्त होती है।
संयुक्त आयुक्त/संयुक्त निबंधक सहकारिता आजमगढ़ राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि यह सभी फसलों के लिए उपयोगी है, सुरक्षित एवं पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ खेती हेतु उपयोगी है। बिना उपज प्रभावित किए यूरिया तथा अन्य नाइट्रोजन युक्त यूरिया की बचत करता है। वातावरण प्रदूषण की समस्या से मुक्ति यानि मिट्टी, हवा और पानी की गुणवत्ता में सुधार के साथ उर्वरक उपयोग दक्षता भी इसकी अधिक है। उत्पादन वृद्धि के साथ उत्पादक गुणवत्ता में वृद्धि होती है। परिवहन एवं भंडारण खर्चों में कमी एवं सुगम परिवहन किया जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता खण्ड विकास अधिकारी पल्हनी नीलिमा गुप्ता व संचालन इफ्को फील्ड मैनेजर डा0 विनोद कुमार सिंह ने किया।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त सहकारिता अबुल हसन, जिला सहकारी बैंक के सचिव विजय बहादुर राव, एडीओ कापरेटिव अंशुमान यादव, एडीओ एग्रीकल्चर यमुना सिंह, एडीओ पीपी खरे, एडीओ स्टेटिक दयाराम सिंह सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
——-जि0सू0का0 आजमगढ़-05.05.2022——–