लखनऊ। यूपी विधान परिषद सदस्य के लिए समाजवादी पार्टी के अंदरखाने में जोर आजमाइश तेज हो गई है। कई दावेदारों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर अपनी प्रतिबद्धता जताई तो कई लोगों ने संगठन स्तर से पत्र देकर खुद को पार्टी का वफादार साबित करने में लगे हैं। दरअसल, सपा चार सदस्यों को परिषद में भेज सकती है। नामांकन शुरू हो गया है और अंतिम तिथि नौ जून है, लेकिन अभी तक पार्टी की ओर से उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं किए गए हैं।
सुभासपा से अरुण राजभर, पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, पूर्व विधायक इमरान मसूद, अनुसूचित मोर्चा के राहुल भारती सहित कई नाम चर्चा में हैं। वहीं डा राजपाल कश्यप, उदयवीर सिंह व संजय लाठर के नाम पर भी चर्चा चल रही है। इस बीच अयोध्या से पूर्व एमएलसी हीरालाल यादव, पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय ने भी दावेदारी ठोक दी है। लखनऊ से पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल जगदीप सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव का नाम सुर्खियों में हैं। जगदीप सिंह यादव के लिए जिला एवं महानगर इकाई ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भेजकर लखनऊ का प्रतिनिधित्व बढ़ाने की मांग की है।
साथ ही पार्टी फ्रंटल संगठनों के राष्ट्रीय एवं प्रदेश अध्यक्ष अपनी संघर्षशीलता का हवाला देकर विधान परिषद में भेजने की मांग कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि शीर्ष नेतृत्व भाजपा की रणनीति पर नजर गढ़ाए हुए है। भाजपा के उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही सपा उम्मीदवारों की सूची जारी होगी। हालांकि पार्टी सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक नामों की सूची तैयार कर रही है। ताकि भाजपा की सूची सामने आते हैं पार्टी के उम्मीदवार घोषित किए जा सकें।