आजमगढ़ : मलेरिया रोधी माह को लेकर स्वास्थ्य विभाग एलर्ट, पूरे जून माह चलाया जायेगा मलेरिया रोधी माह, हर रविवार होगा मच्छर पर वार

 

आजमगढ़, 8 जून 2022
जून को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाया जा रहा है। एक जून से चल रहा यह अभियान 30 जून तक चलेगा। इस दौरान मलेरिया प्रभावित इलाकों में लोगों को मलेरिया से बचाव के संबंध में “हर रविवार मच्छर पर वार” के नारे के साथ जागरूक किया जा रहा है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी का।
डॉ तिवारी ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार सभी मलेरिया संदिग्ध मरीजों की आरडीटी किट से जांच की जा रही है। अगर मलेरिया की पुष्टि होती है, तो तत्काल उनको इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो परजीवी रोगाणु (प्लाज्मोडियम) से होती है, तथा मादा एनाफ्लीज मच्छर के काटने से फैलती है। यह रोगाणु व्यक्ति की लाल रक्त कोशिकाओं में फैल जाते हैं, जिसके कारण मलेरिया होता है।
जिला मलेरिया अधिकारी शेषधर द्विवेदी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जून माह को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाए जाने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान मलेरिया से बचाव एवं शीघ्र निदान व उपचार पर विशेष बल दिया जा रहा है। जिले में एक से 30 जून तक चलने वाले मलेरिया रोधी माह में जन समुदाय को मच्छर (वेक्टर) के प्रजनन स्थल जैसे – जल पात्रों को खाली कराने, कूलर, पानी के टैंक, गमले, पशु पक्षियों के पीने के पात्र व प्रयोग में न आने वाली सामग्री नारियल के खोल, प्लास्टिक की कप, बोतल व अन्य निष्प्रयोज्य सामग्री को समाप्त करने के संबंध में लोगों को अवगत कराया जा रहा है। साथ ही “हर रविवार मच्छर पर वार” कार्यक्रम का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से कराया जा रहा है। ग्रामीण स्तर पर मलेरिया रोग की त्वरित पहचान कराते हुए उसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी आशा और एनएम को दी गई है। अभी तक ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र से एक भी मलेरिया मरीज की पुष्टि नहीं हुई है।
(डीएमओ)शेषधर द्विवेदी ने बताया कि ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति के माध्यम से मलेरिया रोग से बचाव, उपचार, समय से रोगी को रेफर करने की सतत निगरानी कराई जा रही है। मलेरिया रोधी माह के दौरान इस बात पर विशेष बल है कि मलेरिया रोग की शीघ्र पहचान की जाए और जटिल मलेरिया रोगियों को जिन्हें उपचार से समुचित लाभ नहीं मिल रहा है, और वह गंभीर स्थिति में है ऐसे लोगों को निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शीघ्र पहुंचाने का काम भी किया जा रहा है।

मलेरिया रोधी माह के दौरान इस बार स्लोगन के द्वारा लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। जैसे – हमने ठाना है, मलेरिया मिटाना है, दूर होगी मलेरिया की बीमारी, जब होगी सभी की भागीदारी। जन-जन का यही है नारा मलेरिया मुक्त हो गांव व जिला हमारा। पानी ठहरेगा जहां, मच्छर पनपेगा वहां। छोटी सी मछली गम्बूजिया है नाम, करती है मच्छरों का काम तमाम। संकल्प है हमारा पाना है मलेरिया से छुटकारा। जच्चा बच्चा को मलेरिया से न होगी हानि, यदि गर्भवती महिला बरतेंगी सावधानी आदि स्लोगन शामिल हैं।