आजमगढ़ : महिला कल्याण अधिकारी प्रीति उपाध्याय ने समाज में बदलाव हेतु प्रयासरत महिलाओं को प्रेरक कहानियों के क्रम में बताया गया
प्रेस नोट
आजमगढ़ 29 जून– मिशन शक्ति 4.0 के तहत मेगा ईवेन्ट-अनन्ता अन्तर्गत महिला कल्याण विभाग के महिला कल्याण अधिकारी श्रीमती प्रीति उपाध्याय ने समाज में बदलाव हेतु प्रयासरत महिलाआें की प्रेरक कहानियों के क्रम में बताया कि अतुल श्रीवास्तव एक सफल उद्यमी है, इनका व्यापार ग्राम पसीका, ब्लॉक ठेकमा मे है। अतुल श्रीवास्तव के व्यापार से पहले अतुल की पत्नी सोनम अपने ही गांव की ओम स्वंय सहायता समूह की 11 अक्टूबर 2019 से सदस्य हैं। इनके पति अतुल 20,000 रुपये प्रति माह की सेलरी पर काम करते थे, लॉक डाउन के दौरान इनकी नौकरी छूट गई और ये वापस अपने घर आ गये। इनके पास आय का कोई श्रोत नहीं था जिससे इनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होती गई। एक दिन स्वंय सहायता समूह की बैठक मे कम्यूनीटी रिसोर्स पर्सन इन्टप्राइज प्रोमोशन पुष्पा दीदी द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत कुडुम्ब श्री के तकनीकी सहयोग से चलाए जा रहे शुरूआती ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम के बारे मे स्वंय सहायता समूह के सभी सदस्यों को बता रही थी। तभी सोनम दीदी ने कम्यूनीटी रिसोर्स पर्सन इन्टप्राइज प्रोमोशन पुष्पा दीदी से अपने घर की स्थिति के बारे मे बताया। पुष्पा दीदी सोनम दीदी के घर पर जा कर उनके पति से व्यापार योजना के बारे मे बताया और सोनम दीदी के पति अतुल अपना नमकीन व्यापार शुरू करने के बारे मे बताया, कम्यूनीटी रिसोर्स पर्सन इन्टप्राइज प्रोमोशन पुष्पा दीदी ने उन्हे 40000 रुपये का ऋण कम्यूनिटी इंटरप्राइस फंड के रूप मे शुरूआती ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम ब्लाक रिसोर्स सेण्टर ठेकमा से उपलब्ध कराया। 22000 रुपये के ऋण की राशि उनको स्वंय सहायता समूह से उपलब्ध कराया, तथा बाकी की राशि उन्होंने अपने घर के सदस्यों से लेकर के अपना व्यापार शुरू किया। अपना रोजगार आरंभ करने के बाद इन्होंने अपने सामान को मार्केट मे बेचने के लिए दो महीनों तक संघर्ष किया क्योकि जो नमकीन ये अपने यह बनाते थे, उसका मार्जिन इनको नहीं मिल रहा था दो महीने बाद इन्होंने मार्केट की मांग को समझा और मार्केट की मांग के अनुसार अपने नमकीन को बनाकर बेचना प्रारम्भ किया, दूसरे महीने के बाद इन्होंने करीब 40000 रुपये के नमकीन की सप्लाई किया जिसमे करीब इन्होंने 18000 रुपये का बचत मुनाफा कमाया, इस प्रकार ये अब हर महीने 60000 रुपये तक की नमकीन सप्लाई करते है जिसमे उनको बचत मुनफ 25000 रुपये तक मिल जाता है, वह हमेश कहते है कि सरकार द्वारा चलाई जारही शुरूआती ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम जैसी महत्वाकांक्षी परिजनाओ की वजह से ग्रामीण स्तर पर इस तरह शुरू हो रहे व्यापार के लिए कारगर है।
——-जि0सू0का0 आजमगढ़-29.06.2022——–