आजमगढ़ : स्वास्थ्य केन्द्रों पर मनाया गया खुशहाल परिवार दिवस, परिवार नियोजन साधनों को अपनाने के लिए किया गया जागरूक

आजमगढ़, 23 अगस्त 2022
हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है| लेकिन इस बार रविवार के होने के कारण 22 अगस्त सोमवार को मनाया गया| मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी ने कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर परिवार नियोजन की सभी सेवाएँ नि:शुल्क उपलब्ध करायी गयीं| इसमें दंपति की भागीदारी बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं| इसके लिए तीन समूहों को प्रोत्साहित किया जाता है| पहले समूह में हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) वाली महिलाएं, दूसरे में नव-विवाहित दंपति और तीसरे में योग्य दंपति को शामिल किया जाता है|
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी लाने के उद्देशय को सफल बनाने के लिए खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है| जिससे स्वस्थ और खुशहाल परिवार के लिए लोगों को परिवार नियोजन साधन के महत्व की जानकारी और साधन को अपनाने के लिए जागरूक व प्रेरित किया जाता है |परिवार नियोजन सम्बन्धी जागरूकता लाने और आयोजन में दम्पति की भागीदारी बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा जिले के सभी इकाइयों पर प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा सभी सुविधायें उपलब्ध करायी गयीं| जिसके तहत सोमवार को जिले में महिलाओं के लिए गर्भ निरोधक अंतरा 48,पीपीआईयूसीडी 26,छाया 512 ,माला एन 301, साथ कंडोम 980 साथ ही 9 महिला नसबंदी सुविधायें दी गयीं हैं|
यूपीटीएसयू के परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने कहा कि स्वस्थ परिवार के लिए पहले बच्चे के बाद दूसरे बच्चे के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर होना चाहिए, दो बच्चों के बाद महिला या पुरुष को नसबंदी जैसे स्थायी साधनों का प्रयोग कर खुशहाल परिवार बनाना चाहिए| गर्भावस्था, प्रसव का समय व प्रसव के पश्चात का समय स्वास्थ्य के मद्देनजर अधिक महत्त्वपूर्ण समय होता है| साथ ही प्रसूता की देखभाल के साथ ही पौष्टिक आहार पर भी ध्यान देने के लिए भी जागरूक किया जाता है|
राजकीय महिला चिकित्सालय में शहरी क्षेत्र से आयी हुई 26 वर्षीय अनीता ने कहा कि मेरे एक बच्चा है,अभी कम से कम से तीन साल बच्चा नहीं चाहिये| स्थायी साधन अपनाने के लिए आई हूँ| डॉक्टर ने कम बच्चे होने के फायदे बताए हैं| 29 वर्षीय उषा ने कहा कि मेरी दो बेटियां हैं अस्थाई साधन की सुविधा दी गई है | जांच व सुविधा नि:शुल्क मिली है|