अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए स्थायी प्रक्रिया के लिए आगे आयें दंपति- सीएमओ डॉ आईएन तिवारी
आजमगढ़, 3 अक्टूबर 2022
जिले में परिवार नियोजन अंतर्गत त्रैमासिक नसबंदी कैलेंडर जारी किया गया है। जो महिलाएं अनचाहे गर्भ रोकने के लिए स्थाई उपाय चाहती हैं। जिस दंपति का परिवार पूरा हो गया है उनके लिए यह सुनहरा अवसर है। अपने दांपत्य जीवन को खुशहाल रहने और स्वस्थ जीवन जीने के लिए। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी का।
डॉ तिवारी ने बताया कि परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी की नि:शुल्क सुविधा के लिए त्रैमासिक नसबंदी कैलेंडर जारी किया गया है। इसके अन्तर्गत अक्टूबर से दिसम्बर तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विलरियागंज व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज एवं जिला महिला चिकित्सालय में प्रत्येक दिन परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत महिला नसबंदी की सेवा दी जाएगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/कार्यक्रम के नोडल डॉ संजय कुमार ने बताया कि 30 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं प्रेगनेंसी से बचने के लिए भी नसबंदी का सहारा लेती हैं। जिले में अप्रैल 2022 से अगस्त 2022 तक लगभग आठ पुरुष व 1125 महिला नसबंदी की गई है। डॉ संजय ने बताया कि महिलाओं को असुविधा से बचाने के लिए केंद्र पर स्थायी रूप से सर्जन की तैनाती की गई है। साथ ही सभी साधनों की आपूर्ति भी कर दी गयी है
नसबंदी की नियमित सेवाओं को प्रदान करने का मुख्य उद्देश्य-
लाभार्थी अपनी इच्छा व सुविधानुसार अनुसार सेवाए प्राप्त कर सकेंगे।
लाभार्थी का चयन प्रक्रिया पूर्ण करने में आसानी होगी|
स्वास्थ्य इकाई पर गुणवतापूर्ण सेवायें प्राप्त होंगी|
मरीज को समय से अपने घर पहुचने में आसानी होगी|
स्वास्थ्य इकाई पर वर्क लोड एक साथ अधिक होने की संभावना कम होगी|
आशा द्वारा लाभार्थी को चयन कर परिवार नियोजन सेवाओं को दिलाने में आसानी होगी|
लाभार्थी को अपने घर तक पहुने के लिए लंबे समय तक एंबुलेंस का इंतजार नहीं करना पड़ेगा|
लाभार्थी का भुगतान ब्लाक लेखा प्रबंधक द्वारा करने में आसानी होगी|
महिला नसबंदी के फायदे– जो महिलाएं गर्भनिरोधन रोकने के लिए स्थापी उपाय चाहती हैं उनके लिए यह बेहतरीन विकल्प है | नसबंदी के बाद किसी तरह की शारीरिक कमजोरी नहीं होती| पुरुष नसबंदी पर 400 रुपये व महिला नसबंदी पर 300 रुपये दिये जाते हैं|
नसबंदी के विफल होने पर 60,000 रुपये दिए जाते हैं| नसबंदी के सात दिनों के अंदर मृत्यु होने पर चार लाख रुपए दिए जाते हैं | नसबंदी के आठ से 30 दिन के अंदर मृत्यु होने पर एक लाख रुपए दिये जाने का प्रावधान है| नसबंदी के बाद 60 दिनों के अंदर जटिलता होने पर इलाज के लिए 50,000 रुपए दिए जाते हैं|