लखनऊ। लखनऊ केजीएमयू के डॉक्टरों को दिवाली से पहले बढ़े वेतनमान का तोहफा राज्य सरकार ने जारी किया है. शासन ने केजीएमयू के डॉक्टरों को पीजीआई के समान वेतनदान देने का फैसला किया है. इसका आदेश मंगलवार को शासन ने जारी कर दिया है. इससे केजीएमयू में खुशी की लहर है.
केजीएमयू में करीब 4500 बेड हैं. ज्यादातर बेड भरे रहते हैं. ओपीडी में रोजाना 5000 से अधिक मरीज आ रहे हैं. मरीजों को इलाज मुहैया कराने व छात्रों को पढ़ाने के लिए लगभग 500 डॉक्टर हैं. केजीएमयू के डॉक्टर लंबे से समय से पीजीआई के समान पुनरीक्षित वेतनमान की मांग कर रहे थे. शासन के अनुसचिव मुमताज अहमद सिद्दीकी ने आदेश जारी कर दिया. यह भुगतान पहली जनवरी 2016 से दिया जाना है.
केजीएमयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. केके सिंह और महासचिव डॉ. संतोष कुमार ने शासनादेश जारी होने पर सरकार को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि केजीएमयू के शिक्षकों को पीजीआई के समान वेतन, भत्ते व अर्जित अवकाश अनुमन्य हैं. सातवें वेतनमान का संशोधित पे-मेट्रिक्स पीजीआई को छह फरवरी 2020 को तथा लोहिया संस्थान को पहली फरवरी 2022 को दिया जा चुका है. केजीएमयू के डॉक्टर इस लाभ से वंचित थे.
शिक्षक संघ लगातार इसकी मांग कर रहा था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक संग शासन के अफसरों ने भुगतान का आदेश जारी किया है. शासनादेश के मुताबिक डॉक्टरों को चार किश्तों में एरिया का भुगतान किया जाएगा. दो किश्तें इसी साल मिल सकती हैं. जबकि अगली दो किश्तों का भुगतान नए वित्तीय वर्ष में होगा.