गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बने केबल सस्पेंशन ब्रिज हादसे में मरने वालों की 140 से ज्यादा हुई संख्या

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गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बने केबल सस्पेंशन ब्रिज हादसे में मरने वालों की 140 से ज्यादा हुई संख्या

140 साल पुराने ब्रिज की मरम्मत करने वाली ओरेवा कंपनी और अन्य जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 304, 308, 114 के तहत एफआईआर की गई है दर्ज,
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने ट्वीट कर दी इसकी जानकारी ……..

मोरबी के ऐतिहासिक पुल की मरम्मत और रखरखाव का टेंडर हाल ही में ओरेवा नाम की कंपनी को मिला था………. टेंडर की शर्तों के अनुसार कंपनी को मरम्मत के बाद अगले 15 सालों तक इस पुल का करना था रखरखाव

मोरवी का केबल सस्पेंशन ब्रिज 7 महीने की मरम्मत के बाद गत 26 अक्टूबर को पब्लिक के लिए खोला गया था………पांच दिन बाद ही 30 अक्टूबर की शाम लगभग 7 बजे पुल टूटने की वजह से हो गया बड़ा हादसा ……..

मोरबी पुल हादसे की जांच के लिए गुजरात सरकार ने 5 सदस्यीय विशेष जांच दल का किया है गठन ……

पांच सदस्यीय दल में आर एंड बी के सचिव संदीप वसावा, आईएएस राजकुमार बेनीवाल, आईपीएस सुभाष त्रिवेदी, चीफ इंजीनियर के.एम पटेल के साथ डॉ. गोपाल टांक को रखा गया है………विशेष जांच टीम हादसे के कारणों का लगाएगी पता……

मच्छु नदी में बचाव कार्य को तेज करने के लिए सेना और एनडीआरएफ के साथ एसडीआरएफ की टीमें भी राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुईं हैं……..

आज दोपहर तक रेस्क्यू आपरेशन के पूरा होने की है संभावना …..इसमें स्टेट फायर ब्रिगेड, कोस्ट गार्ड, गरुड़ कमांडो और इंडियन नेवी की भी ली जा रही है मदद …….हादसे में जान गंवाने वालों में ज्यादातर मोरबी और आसपास के निवासी हैं…..