बड़ी खबर
उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेजों में गहराता जा रहा एडमिशन में हेराफेरी का मामला,
दस से ज्यादा फर्जी दाखिले वाले संस्थानों पर एसटीएफ का कसता जा रहा है शिकंजा,
इन कॉलेजों के प्रशासकों को एक सप्ताह में मांगे गए दस्तावेजों के साथ पेश होने के दिए गए हैं निर्देश
23 आयुष कॉलेजों के प्रबंधक और प्रधानाचार्य को पूछताछ के लिए जारी किया गया है नोटिस
नीट की रैंकिंग में छेड़छाड़ यानी फर्जीवाड़ा कर जिन कॉलेजों में छात्रों का करवाया गया एडमिशन जांच टीम अब उन सभी के प्रशासकों औऱ प्रबंधकों को पूछताछ के लिए बुला रही है
सभी आयुष कॉलेज के प्रबंधन से जुड़े लोगों को एसटीएफ भेज रही है नोटिस,
जल्द ही इन सभी के दर्ज होंगे बयान
एसटीएफ की टॉप लिस्ट में मीरजापुर का एक कॉलेज है, जहां हुए हैं सबसे ज्यादा 76 दाखिले
जानकारी के अनुसार, 100 से ज्यादा कॉलेज ऐसे हैं, जहां नीट एग्जाम में बिना बैठे परीक्षार्थियों के हुए हैं दाखिले
प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, जौनपुर, पीलीभीत, बांदा, झांसी, गाजीपुर, अमरोहा, मऊ, मीरजापुर, महराजगंज, एटा, सहारनपुर, मथुरा, अलीगढ़, आजमगढ़, आगरा, बिजनौर, फर्रुखाबाद, गोंडा, उन्नाव, मुरादाबाद, नोएडा, फतेहपुर और संभल में हैं ये कॉलेज
फतेहपुर में 58, मऊ में 47, मुजफ्फरनगर में 48, सहारनपुर में 46, एटा में 35 छात्रों का हुआ है एडमिशन जिनमें फर्जीवाड़े का है अंदेशा ……एसटीएफ की नजर उन कालेजों पर ज्यादा है, जहां हुए हैं सबसे ज्यादा एडमिशन
बताते चलें की उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेजों में नए मेडिकल सत्र में दाखिले की तैयारी हो गई है शुरू ……
इस बार की काउंसिलिंग सरकारी एजेंसी से कराने की है तैयारी …..इस संबंध में पत्रावलियां की जा रही है तैयार. …..शासन ने निदेशालय से एजेंसी चयन के मानक के बारे में मांगी है जानकारी