भारतीय रेलवे ने नियमित यात्री ट्रेनों में 30 जून, 2020 को या उससे पहले यात्रा करने के लिए बुक किए गए सभी टिकटों को रद्द कर दिया है। भारतीय रेलवे की तरफ से 30 जून 2020 तक बुक किए गए सभी टिकटों पर पूरा रिफंड दिया जा रहा है। रेलवे ने कहा कि हालांकि श्रमिक और विशेष ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा। जो टिकट रद्द किए जाएंगे, वे लॉकडाउन की अवधि में उस समय बुक कराए गए थे, जब रेलवे ने जून में यात्रा के लिए बुकिंग की अनुमति दी थी। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए बंद के कारण 25 मार्च से रेलवे ने नियमित मेल, एक्सप्रेस, यात्री एवं उपनगरीय सेवाएं निलंबित कर दी थीं। इससे पहले, नियमित ट्रेनों के लिए सभी बुकिंग 17 मई तक रोक दी गई थीं। देश में लागू बंद की अवधि तीन बार बढ़ाई जा चुकी है। तीसरी बार बढ़ाया गया बंद 17 मई तक लागू रहेगा।
बता दें कि कोरोना वायरस के संकट के बीच भारतीय रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया था। इन ट्रेनों में सफर के लिए ऑनलाइन टिकट बुक की जा रही थीं। इसी बीच भारतीय रेलवे ने 30 जून, 2020 तक या उससे पहले बुक की गई सभी टिकट को कैंसिल कर दिया है। इससे पहले बुधवार को मेल, एक्सप्रेस और कुर्सी यान सेवा जल्द फिर से शुरू करने की संभावना का संकेत देते हुए रेलवे बोर्ड ने न केवल अपनी वर्तमान विशेष ट्रेनों, बल्कि आगामी सभी ट्रेनों में यात्रा के लिए 22 मई से प्रतीक्षा सूची का प्रावधान शुरू करने संबंधी आदेश जारी किया।
वर्तमान विशेष ट्रेनों में केवल पक्के टिकट बुक किए जा रहे हैं, वहीं 22 मई से शुरू हो रही यात्राओं के वास्ते 15 मई से टिकटों की बुकिंग में प्रतीक्षा सूची में टिकट बुक कराने का प्रावधान होगा। हालांकि रेलवे ने इन ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची की सीमा एसी थ्री टायर के लिए 100, एसी टू टायर के लिए 50, स्लीपर क्लास के लिए 200, चेयर कार के लिए 100 और फर्स्ट एसी तथा एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 20-20 तय की है।