केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा से एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) एवं कुटीर उद्योग नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे। एक न्यूज चैनल से बात करते हुए गडकरी ने कहा कि भार बहुत से मामलों में आत्मनिर्भर बन गया है। पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर जैसी चीजें अब भारत अपने लिए बना भी रहा है और निर्यात भी कर रहा है। गडकरी ने बताया कि जब चीन से पीपीई किट भारत आई तो उन्हें काफी दुख हुआ था लेकिन आज भारत न सिर्फ पीपीई किट उत्पादन में आत्मनिर्भर हैं बल्कि चाहे तो वह इसे निर्यात भी कर सकता है।
गडकरी ने बताया कि पहले भारत ने सैनिटाइजर उद्योग पर ध्यान नहीं दिया था। उस वक्त इसे बनाने में काम आनेवाली अल्कोहल 1200 रुपए लीटर थी। फिर सरकार ने चीनी मिलों से कहा कि वे भी अल्कोहल बनाएं। महाराष्ट्र में कंपनियों ने जब इसे बनना शुरू किया तो दाम 400 रुपए लीटर तक आ गया। गडकरी ने बताया कि अब भारत वेंटिलेटर भी बना रहा है। बता दें कि 5 अप्रैल तक भारत में चीन से करीब 1.70 लाख PPE किट की सप्लाई आई थी, जिसमें से 50,000 किट क्वॉलिटी टेस्ट में खरे नहीं उतरे थे। भारत में अब वेंलिलेटर भी तैयार किए जा रहे हैं। हाल ही में पीएम मोदी ने मंगलवार को लोकल पर वोकल का जोर दिया और देशवासियों से अपील की कि स्वदेशी सामान को महत्ता दी जाए।