मेलबर्न। ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने अपने यहां खेली जाने वाली बिग बैश लीग (BBL) की लेंथ(ज्यादा मैच) की आलोचना की है। शेन वॉटसन ने कहा है कि इस लीग की लेंथ अभी बहुत लंबी है और क्रिकेट की गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। हालांकि, शेन वॉटसन मैचों के हिसाब से लगभग इतनी ही बड़ी लीग आइपीएल में भी खेलते हैं, लेकिन यहां उनको पैसा काफी ज्यादा मिलता है।
दरअसल, शुरुआत में बीबीएल में 32 ग्रुप मैच खेले जाते थे, लेकिन पिछले सीजन में मैचों की संख्या को 56 कर दिया गया। प्लेऑफ के मुकाबलों को मिलाकर देखा जाए तो इस लीग में मैचों की संख्या 61 हो जाती है। इसी बात को लेकर वॉटसन ने कहा है, “टूर्नामेंट अब ज्यादा लंबा हो गया है। यह उन सभी परिवारों के लिए निराशाजनक है जो स्कूल के वापस आने तक सीज़न का इतनी बारीकी से पालन करते हैं, और माता-पिता चाहते हैं कि आखिरी चीज़ उनके बच्चों के लिए तब तक रहे जब तक कि आधी रात को स्कूल की रात को मैच देखना न हो।”
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज टूर्नामेंट के स्टैंडर्ड पर भी सवाल उठाए हैं। वॉटसन ने कहा है कि बीबीएल में खराब पिच मिलती हैं और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की भी कमी होती है, जिससे क्रिकेट की गुणवत्ता खराब होती है। उन्होंने कहा है, “चेतावनी के बहुत सारे संकेत, बहुत दुख के साथ आने लगे हैं। मैं यह भी अच्छी तरह से जानता हूं कि बीबीएल में जो क्रिकेट खेला जा रहा है, उसकी गुणवत्ता अब दुनिया भर के तमाम टूर्नामेंटों से पीछे है।”
शेन वॉटसन ने कहा है, “आइपीएल और पीएसएल में एक चीज जरूर है कि वहां क्रिकेट में गुणवत्ता है। यह वह जगह है जहां बीबीएल ने वास्तव में अपना सब कुछ खो दिया है। क्रिकेट की गुणवत्ता को बिग बैश में बैक बर्नर पर रखा गया है और मनोरंजन नौटंकी को सबसे आगे लाया गया है।” बता दें कि पिछले साल उन्होंने बिग बैश लीग से संन्यास ले लिया था, लेकिन वे अन्य देशों की टी20 लीग में लगातार खेल रहे हैं।