चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने लिया विकराल रूप , 11 लाख लोगों पहुंचाया जा रहा सुरक्षित जगह

चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने सोमवार को बेहद विकराल रूप ले लिया और इसके चलते अब ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। इस चेतावनी के बाद राज्य सरकार 11 लाख लोगों को इन इलाकों से निकालने की तैयारी में जुट गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हुआ ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी से लगने वाले मध्य हिस्सों और पश्चिम-मध्य हिस्सों के ऊपर 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है और यह अगले 12 घंटों में और शक्तिशाली होकर विकराल रूप ले सकता है।

विभाग ने कहा कि अत्यधिक तेज हवाओं से कच्चे घरों को बहुत ज्यादा नुकसान और ‘पक्के’ घरों को कुछ हद तक नुकसान पहुंच सकता है। इसने कहा कि तेज हवाओं के कारण बिजली एवं संचार के खंभे मुड़ या उखड़ सकते हैं, रेलवे सेवाओं को कुछ हद तक बाधित कर सकते हैं और ऊपर से गुजरने वाली बिजली की तारों एवं सिग्नल प्रणालियां प्रभावित हो सकती हैं तथा तैयार फसलों, खेतों-बगीचों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। भुवनेश्वर के मौसम केंद्र के निदेशक, एच आर बिस्वास ने बताया कि अम्फान का केंद्र ओडिशा के पारादीप से 790 किलोमीटर दक्षिण में, पश्चिम बंगाल के दीघा से 940 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और बांग्लादेश के खेपुपारा से 1060 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में है।

उन्होंने कहा कि संभवत: यह उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के पास उत्तर-उत्तरपूर्वी दिशा की तरफ बढ़ेगा और 20 मई को दोपहर या शाम के दौरान अत्यंत प्रचंड तूफान के रूप में बांग्लादेश में हटिया द्वीप और पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश तट के बीच से गुजरेगा। इस दौरान 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो कभी भी 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात के कारण ओडिशा के उत्तरी हिस्सों के सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जैसे तटीय जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है खासकर 19 और 20 मई को।