आजमगढ़ : जिले में “एक कदम सुपोषण की ओर” अभियान की शुरुआत आज से 

आजमगढ़, 06 जून 2023 – जनपद में मातृत्व स्वास्थ्य की कई योजनाएं संचालित हैं| इसी क्रम में बुधवार सात जून से विशेष अभियान “एक कदम सुपोषण की ओर” शुरू हो रहा है। यह अभियान आठ जुलाई तक चलेगा| मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी लाने के उद्देश्य से अभियान के दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है| यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी का|

सीएमओ ने बताया कि गर्भावस्था एवं प्रसव पूर्व समस्त जांच तथा समय गोलियों के सेवन के लिए भी जागरूक किया जाएगा| साथ ही आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आयरन की गोलियां खाने के लिए प्रेरित करेंगी| जिले की स्वास्थ्य इकाइयों (जिला महिला/संयुक्त चिकित्सालय, सीएचसी,पीएचसी एवं उपकेंद्र) पर जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है|

जिला परामर्शदाता दिनेश कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर को कम करने के लिए कई योजनाएँ संचालित हैं| जिले में 1,49,050 गर्भवती और 10430 धात्री माताओं को इस विशेष अभियान में लाभाविन्त किया जाएगा| जिसके लिए जिले के सभी इकाइयों पर स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश पारित किया जाचुका है|अभियान के दौरान के माध्यम से गर्भावस्था व प्रसवोपरांत की अवस्था में महिलाओं को बेहतर भोजन संबंधी सलाह एवं साफ सफाई के प्रति जागरूक करते हुये जांच एवं दवाएं उपलब्ध करायी जाती हैं| लाभार्थी को 100 दिनों तक नियमित आयरन की गोली खाने के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘एक कदम सुपोषण की ओर”अभियान की शुरुआत की गई है|जिसके तहत सूक्ष्म पोषक तत्व फोलिकएसिड, आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोलियां गर्भवती व धात्री महिलाओं में वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य व पोषण की सेवाएं भी दी जाएंगी|

उन्होंने बताया कि इस दौरान आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम द्वारा प्रथम त्रैमास वाली सभी गर्भवती को फोलिक एसिड उपलब्ध कराना|दूसरे और तृतीय त्रैमास की सभी गर्भवती से पूर्व में दिए गए आयरन फोलिक एसिड कैल्शियम की गोलियों के बारे में जानकारी लेना तथा अगले दिनों के लिए दवा उपलब्ध कराना|सभी गर्भवती का वजन व लंबाई का पिछली प्रसव पूर्व जांच में लिए गए वजन से तुलना कर वजन में वृद्धि का आंकलन करना| सभी गर्भवती की जांच करना उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं की पहचान कर उन्हें चिन्हित करते हुये, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर नामांकित कर उनका फॉलोअप किया जायेगा| इस अभियान के दायरे में ज्यादा से ज्यादा लाभार्थी को लाभ दिया जा सके, इसके लिए एक से 24 जून तक गर्भवती और धात्री माताओं को चिन्हित किया जाएगा| जबकि 25 से 8 जुलाई तक छूटे हुए लाभार्थियों के लिए मापअप राउण्ड चलाया जायेगा|