भोपाल: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के चंबल एक्सप्रेस वे को लेकर दिए बयान पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम शिवराज सबसे बड़ी झूठ की दुकान चला रहे हैं। उनके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस झूठ में शामिल होकर एक और एक ग्यारह हो गए हैं।
इस दौरान सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने एक बयान में कहा था कि ग्वालियर चंबल-एक्सप्रेस वे योजना को कांग्रेस सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था, यह सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ही इस योजना को प्रारंभ करने के लिए अनेकों प्रयास किए। मैंने इस योजना की स्वीकृति के लिए केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को दो बार पत्र भी लिखा था। 13 फरवरी 2019 को लिखे पत्र में केंद्रीय मंत्री से इस योजना की स्वीकृति का आग्रह किया। दूसरी बार 2 जुलाई 2019 को पुनः इस संबंध में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नितिन गडकरी से बात की थी। साथ ही अन्य विभागों से तालमेल कर इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए थे। हमारा काम बड़ी तेज गति से जारी था।
वहीं इसके साथ ही वर्मा ने कहा की सीएम शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया सारे कागज निकला लें। विभाग से एक एक तारीख गवाह है। तत्कालीन मुख्य सचिव मोहंती ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस संबंध में एक बड़ी बैठक 20 फरवरी 2020 को की थी। 21 फरवरी को सभी प्रमुख मीडिया समूह द्वारा इस संबंध में खबरें प्रकाशित गईं थीं। पूर्व मंत्री ने कहा कि शिवराज अपनी झूठ की दुकान बंद करें और लोगों को गुमराह करना बंद करें।