ठेले, खोमचेवालों को बिना राशन कार्ड राशन देने की तैयारी, छोटे दुकानदार व ऑटो चालक भी होंगे लाभान्वित

रांची। राज्य सरकार द्वारा गठित मंत्री समूहों की उपसमिति ने ठेले, खोमचेवाले, छोटे दुकानदारों तथा ऑटो चालकों आदि को भी राशन उपलब्ध कराने की अनुशंसा की है। चाहे उनके पास राशन कार्ड हों या न हो। सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में उपसमिति की हुई बैठक में इसकी अनुशंसा मुख्यमंत्री से करने का निर्णय लिया गया। साथ ही झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे लोगों को भी चिह्नित कर उन्हें राशन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा किलॉकडाउन में सबसे ज्यादा असर ऐसे ही परिवारों पर पड़ा है, इसलिए इनपर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक बोझ मिडिल क्लास के परिवारों पर पड़ा है। ऑटो रिक्शा चालकों का भी काम ठप हो गया है जिससे उनपर दबाव है। ऐसे में लोन देने में वे सक्षम नहीं हैं इसलिए केंद्र सरकार को पत्र लिखकर लॉकडाउन अवधि के दौरान के सभी ईएमआइ को माफ करने और ब्याज नहीं लेने की मांग केंद्र सरकार से की जाए। श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मजदूरों की वापसी होगी, जिस कारण उनके भोजन की व्यवस्था करना सरकार के लिए चुनौती है।

उन्होंने दीदी किचन की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव रखा, जिसे समिति ने मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करने की अनुशंसा की। मंत्री चंपई सोरेन ने कोरोना के संक्रमण रोकने के लिए क्वारंटाइन सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया। कहा कि बहुत जगह से शिकायत आ रही है कि क्वारंटाइन सेंटर से लोग भाग जा रहे हैं या सहयोग नही कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि ऐसे केन्द्रों में सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था कराई जाए।

मजदूरों को लाने के लिए 76 और ट्रेनों को एनओसी

मंत्री रामेश्वर उरांव ने बताया कि विभिन्न राज्यों से 64 ट्रेनों से लोगों को लाया गया है। साथ ही 76 और ट्रेनों को एनओसी दिया गया है। साथ ही बसों से भी 60 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को वापस लाया गया है।