आजमगढ़ : जिले में 10 अगस्त से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस परसभी बच्चों और किशोरों को दवा का सेवन की विभाग की तैयारी पूरी- डॉ वाई प्रसाद

आजमगढ़ – 07 अगस्त 2023|
जिले में 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 25 लाख से अधिक बच्चों और किशोरों को कृमि मुक्ति की दवा यानि पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाये जाने के अभियान शुरू किया जाएगा|मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आई एन तिवारी ने बताया कि जिले सभी प्रीस्कूल और 1 से 19 वर्ष के बीच के स्कूली उम्र के बच्चों में कृमि मुक्ति की दवा का सेवन कराया जाएगा|साथ ही बच्चों को कृमि मुक्ति दवा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान भी चलाया जाएगा|इस दवा का उद्देश्य सभी बच्चों और किशोरों में मृदा-संचारित हेल्मिंथ (एसटीएच) जिसे आमतौर पर परजीवी आंतों के कीड़े के रूप में जाना जाता है|जो खास कर 1 से 19 साल तक की उम्र के बच्चों में पाया जाता है|इस लिए लक्षित बच्चों,किशोर-किशोरियों को कृमि नाशक दवा खिलाई जाएगी|जिससे पेट में कीड़े (कृमि) से निजात दिलाने वाली यह दवा सभी विद्यालयों,महाविद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर खिलाई जाएगी|
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ वाई प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभियान में शामिल होने सहयोगी विभागीयों को प्रशिक्षण दिया जाचुका है|जिले के 1 से 19 वर्ष तक कुल 25,68782 बच्चों एवं किशोर किशोरियों को कृमि मुक्त दवा का सेवन कराने का लक्षय है| 6 साल से 19 साल तक के सभी बच्चों को विद्यालय-कॉलेज में एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1 से 5 साल तक के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाई जाएगी|अभियान से छुट्टे हुये बच्चे को मॉप अप राउंड के तहत 17 अगस्त दवा खिलाई जाएगी|साथ ही जिला एवं ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है|जिसमें एक नोडल रखें गए है|दवा का सेवन करने के बाद अगर किसी तरह की कोई भी समस्या होती है तो कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकते है|बच्चों में कृमि संक्रमण विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है|जिनमें व्यक्तिगत स्वच्छता की कमी,कच्चा और दूषित भोजन,अधिक मिठाई और जंक फूड का सेवन शामिल है|
कृमि के लक्षण-
– पेट में दर्द
– दस्त,मतली या उल्टी
– गैस/पेट में सूजन
– थकान,बिना कारण वजन घटना
– शारीरिक एवं मानसिक न होना
– पेट में दर्द होना
डॉ वाई प्रसाद ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए जिले के स्कूलों,उच्च शिक्षण संस्थानों, तकनीकी संस्थानों,मदरसों, निजी स्कूलों के साथ समन्वय के साथ बच्चों को दवा खिलाई जाएगी|जिसके लिए कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग,बाल विकास विभाग, पंचायती राज,नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी, स्काउट गाइड का सहयोग रहेगा|साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 से 5 वर्ष के पंजीकृत और अपंजीकृत बच्चों तथा स्कूल नहीं जाने वाले 6 से 19 साल तक के बच्चों व किशोर किशोरियों की सूची बना कर माइक्रोप्लान तैयार किया जा चुका है|सभी लाभार्थी बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने के लिए व्यापक तैयारियां की जा चुकी है|