यूपी पुलिस ने एमपी बॉर्डर के 150 मजदूरों को रोका, अफसरों में बहस के बाद इजाजत

दतिया। मध्य प्रदेश आ रहे 150 मजदूरों को बुधवार रात दतिया स्थित एमपी-यूपी की जौहरिया बॉर्डर पर उप्र पुलिस द्वारा रोके जाने से बवाल हो गया। रात में हंगामे के बाद गुरुवार सुबह जब दोनों राज्यों के पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे तो उनके बीच तीखी बहस हो गई। गहमागहमी के बाद इन मजदूरों को जाने दिया गया।

जौहरिया बॉर्डर पर बवाल, रक्सा में भी श्रमिकों को रोका गया 

हरियाणा के पानीपत, अंबाला के अलावा दिल्ली व उप्र के अलीगढ़ समेत कई शहरों से बुधवार रात मप्र के मजदूर जौहरिया बॉर्डर पर पहुंचे थे। इन्हें मप्र के बुंदेलखंड के छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में जाना था, इसलिए झांसी होकर निकलना था, लेकिन जैसे ही यूपी प्रशासन ने इन 150 से अधिक मजदूरों को बॉर्डर पर रोका तो हंगामा होने लगा। मजदूर उन्हें रोके जाने का विरोध करने लगे। गुरुवार सुबह मप्र के अधिकारी मौके पर पहुंचे। फिर भी मजदूरों को जाने नहीं दिया गया। इसके बाद दोनों प्रदेशों के पुलिस अफसरों में बहस हो गई।

सुबह बसों से उनके गंतव्‍यों की ओर भेजा गया 

एमपी के अधिकारियों का कहना था कि जब रास्ता झांसी होकर जाता है तो यहां से गुजरने से मनाही कैसे की जा सकती है। बहस के बाद उप्र के अधिकारी मान गए और मजदूरों को जाने दिया गया। रक्सा बॉर्डर पहुंचे 10 हजार उधर, झांसी की तरफ से रक्सा बॉर्डर पर बुधवार रात को यूपी के करीब 10 हजार मजदूर इकठ्ठा हो गए। रात को इन मजदूरों को जाने नहीं दिया गया। भूख और प्यास से बेहाल मजदूर रातभर वहीं बैठे रहे, जिन्हें गुरुवार सुबह बसों से उनके गंतव्यों की ओर भेजा गया।