भोपाल। मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने यह फैसला लिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने बताया कि बसपा बिना किसी गठबंधन के अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी। उन्होंने बताया कि अगले हफ्ते से दावेदारों के आवेदन लिए जाएंगे और सभी सीटों के लिए पैनल बनाकर पार्टी सुप्रीमो मायावती के पास भेजी जाएगी। प्रत्याशी चुनने का अंतिम फैसला पार्टी सुप्रीमो मायावती ही करेंगी। पिप्पल ने बताया कि सभी सीटों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठकें जारी हैं। साथ ही ग्राउंड रिपोर्ट भी तैयार कराई जा रही है।
इस बीच कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान की रणनीति बनाने का काम प्रशांत किशोर को दिया है। बिहार में नीतीश कुमार को जीत दिलाने में प्रशांत किशोर की अहम भूमिका मानी जाती है। बीते विधानसभा (2018) चुनाव में प्रशांत ही कांग्रेस मुख्य रणनीतिकार थे। मंदसौर की सुवासरा सीट से मीनाक्षी नटराजन को उतारने के लिए कांग्रेस के नेता जुट गए हैं। मीनाक्षी मंदसौर से सांसद भी रही हैं। इस सीट से कांग्रेस छोड़ने वाले हरदीप सिंह डंग भाजपा के प्रत्याशी होंगे। वहीं कांग्रेस पूर्व मंत्री रामनिवास रावत के नाम पर भी विचार कर रही है जिनको पोहरी या करैरा सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस सिंधिया समर्थक नेताओं के खिलाफ बेहद मजबूत उम्मीदवारों को उतारने की योजना बना रही है।
इन चुनावों को देखते हुए सियासी वार-पलटवार का दौर भी सामने आ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि जो राशि देने के लिए केंद्र सरकार बाध्य है, उसे बांटकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झूठा प्रचार कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। किसानों से समर्थन मूल्य पर दस हजार करोड़ रुपये की रकम देना राहत नहीं है, बल्कि सरकार ने फसल का मूल्य चुकाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई संबल योजना में भाजपा कार्यकर्ताओं के नाम जोड़कर उन्हें फायदा पहुंचाया जा रहा था। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख रुपये के आर्थिक पैकेज को गरीबों के साथ धोखा करार दिया है।