मुरादाबाद। कांग्रेस मानवाधिकार विभाग में जिला अध्यक्ष पंडित गंगाराम शर्मा ने एक पत्र जारी कर रामचरितमानस के ऊपर टिप्पणी करने को लेकर समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्या की जीभ काटकर लाने वाले को 10 लाख रुपए इनाम दिये जाने की बात कही है।इसकी घोषणा करने के बाद से ही गंगा राम का लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।स्वामी मौर्य ने हाल ही में हिंदू धर्म एक धोखा है कहकर विवाद खड़ा कर दिया था।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कांग्रेस के मानवाधिकार विभाग के अध्यक्ष पंडित गंगा राम शर्मा ने सपा नेता पर हिंदू धर्म का अपमान करने और धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस की निंदा करने का आरोप लगाया है।इनाम की घोषणा वाला उनका पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्या ने एक्स पर एक पोस्ट में हिंदू धर्म को धोखा देने वाला और एक धोखा करार दिया था। स्वामी प्रसाद ने यह भी कहा कि समाज में सभी असमानताओं का कारण ब्राह्मणवाद है।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने लिख कि ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और सारी असमानता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है,हिंदू धर्म सिर्फ एक धोखा है। इस देश के दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को फंसाने की साजिश है।उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म बताकर अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का सम्मान होता, दलितों का सम्मान होता, पिछड़ों का सम्मान होता, लेकिन कैसी विडंबना है।
स्वामी प्रसाद देते रहते हैं विवादित बयान
इस साल जनवरी में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने हिंदू धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस को बकवास बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।स्वामी प्रसाद ने कहा कि रामचरितमानस शूद्रों को निम्न जाति का दर्जा देता है और यह भी कहा कि तुलसीदास ने यह पाठ अपनी खुशी के लिए लिखा था। इन टिप्पणियों की जमकर आलोचना हुई और सपा ने खुद को मौर्य की टिप्पणियों से दूर कर लिया।इस बीच सपा विधायक मनोज कुमार पांडे ने सोमवार को कहा कि मौर्य के बयान पार्टी के रुख को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं।मनोज पांडेय ने अपने राजनीतिक करियर को पुनर्जीवित करने के लिए धर्म का उपयोग करने के लिए मौर्या की भी आलोचना की।