श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड कटड़ा के क्वारंटाइन केंद्र में पहले सेहरी और इफ्तारी, अब ईद की तैयारी

कटड़ा। मजहब नहीं, सिखाता आपस में बैर रखना…। कोरोना महामारी और लॉकडान के इस दौर में वैसे तो हर कोई किसी न किसी रूप में एक-दूसरे की मदद कर रहा है, लेकिन एक हिंदू श्राइन यानी श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पवित्र रमजान माह में एकता और भाईचारे की अनूठी मिसाल कायम की है। श्राइन बोर्ड ने न केवल कटड़ा में अपने भवन में विभिन्न राज्यों से लौट रहे लोगों को रखने के लिए क्वारंटाइन केंद्र बनाया बल्कि यहां रखे गए करीब 500 मुस्लिम समुदाय के लोगों को पूरे रमजान माह में सहरी और इफ्तारी के लिए लजीज खाना भी उपलब्ध करवाया। बोर्ड ने मुस्लिम समुदाय के सहरी और इफ्तारी के समय को देखते हुए अपने शेड्यूल में भी परिवर्तन कर दिया। अब श्राइन बोर्ड ने ईद पर मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष प्रबंध किए हैं, ताकि उनको ऐसा कतई न लगे कि वे ईद अपने घर पर नहीं मना रहे हैं। ईद के दिन मुस्लिम समुदाय को चना-पूरी और हलवा परोसने की तैयारी है।

क्वारंटाइन केंद्र में बोर्ड करा रहा 500 मुस्लिम समुदाय के लोगों को भोजन

देश के विभिन्न राज्यों से लौटे रहे रियासी जिले के श्रमिकों व अन्य लोगों को कटड़ा में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के आशीर्वाद भवन के साथ ही पर्यटन विभाग के मुख्य बस अड्डे पर बने कांप्लेक्स, मंगल भवन धर्मशाला और रेलवे विभाग के रेस्ट हाउस में बनाए गए क्वारंटाइन केंद्रों में रखा जा रहा है। इनमें मुस्लिम समुदाय के लोगों की संख्या काफी ज्यादा है, जिन्होंने 25 अप्रैल से पवित्र रमजान माह को लेकर रोजा रखा हुआ है। ऐसे में मुस्लिम समुदाय को रमजान के दौरान कोई परेशानी न हो, इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इनके लिए विशेष प्रबंध करने की ठानी।

खीर-सिवइयां, चना-पूरी दिया जा रहा

मौजूदा समय में भी इन केंद्रों में मुस्लिम समुदाय के लोग ठहरे हुए हैं। इसके अलावा अन्य धर्मों के लोग भी रखे गए हैं। श्राइन बोर्ड ने सहरी और इफ्तारी को देखते हुए सभी के लिए अलग-अलग समय में भोजन उपलब्ध करवाने के लिए अपने समय में परिवर्तन किया। श्राइन बोर्ड मुस्लिम समुदाय के लोगों को तड़के चार बजे और इसी तरह शाम को करीब सात बजे भोजन उपलब्ध करवा रहा है। मुस्लिम समुदाय को खीर-सिवइयां चना-पूरी, चावल, कढ़ी, चपाती, सब्जी तथा कुल्चा आदि दिया जा रहा है।

रसोइये रात एक बजे शुरू कर देते हैं खाना बनाना  

श्राइन बोर्ड के कर्मचारी अपने रसोईघर में रोजाना देर रात करीब एक बजे ही मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए खाना बनाने के लिए जुट जाते हैं और तड़के चार बजे से पहले सारा भोजन तैयार कर लिया जाता है। यही नहीं, श्राइन बोर्ड लॉकडाउन के चलते निरंतर जरूरतमंद लोगों के साथ झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को भी राशन उपलब्ध करवा रहा है। श्राइन बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि जब तक लॉकडाउन की स्थिति बनी रहेगी तब तक बोर्ड जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करवाता रहेगा।

बोर्ड ने अपने समय में भी किया बदलाव

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीइओ राकेश कुमार ने कहा कि ‘हमें बताया गया था कि क्वारंटाइन केंद्र में रह रहे मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह और शाम को जल्दी खाना चाहते हैं। इसलिए हमने अपने कार्यक्रम में उसी तरह बदलाव किया। हम प्रयास कर रहे हैं कि ईद पर विशेष भोजन उपलब्ध करवाया जाए। इसमें चना-पूरी और हलवा हो सकता है।