रांची। रांची के अंजुमन इस्लामिया ने देश में चल रहे लॉकडाउन और कोरोनावायरस के मद्देनजर ईद की नमाज की जगह शुक्राना की नमाज अपने घरों पर अदा करने की अपील की गई है। ईदगाह और मस्जिदों में ईद की नमाज नहीं होगी। अंजुमन इस्लामिया रांची के महासचिव मोखतार अहमद ने कहा है कि इस समय कोरोनावायरस से बचाव का उपाय शारिरिक दुरी है। जबतक कि इसकी कोई दवा नहीं आ जाती।
इसके मद्देनजर अपील की जाती है कि जिस प्रकार पुर्व की भांति कोविड -19 से बचने में पुरी एहतियात बरता गया है उसी प्रकार आगे भी बचने की कोशिश करें। देश में कोरोना संकट के कारण लॉक डाउन-4 चौथी बार 31 मई तक बढ़ाया गया है, इसलिए अंजुमन इस्लामिया के अंतर्गत ईदगाहों और मस्जिदों में ईद की नमाज नहीं पड़े जाने का निर्णय लिया गया है।
केंद्र व राज्य सरकार ने भी इस सिलसिले में मनाही की है। इसलिए लोग सरकार के निर्णय का पालन करें। मोखतार अहमद ने यह भी कहा कि तराविह और रमज़ान महीने के अंतिम जुमा जिसे अलविदा कहा जाता है कि नमाज भी मस्जिदों में नहीं पढ़ी गई और लोगों ने जुमा की नमाज के बदले जोहर की नमाज अपने अपने घरों में अदा की। देश में जितने भी मुस्लिमों के धार्मिक और सामाजिक संगठन है उसमें खासकर इमारत ए शरिया, एदार-ए-शरिया, जमियत उलेमा-ए-हिंद, अंजुमन इस्लामिया रांची सबों ने मस्जिदों ईदगाहों में ईद की नमाज अदा नहीं करने की अपील की है।