भोपाल। इंदौर के सीएचएल अस्पताल में संक्रमण फैलने की घटना को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लिया है। चौहान ने अस्पताल को नोटिस देने को कहा है। वहीं भोपाल के हमीदिया अस्पताल में मृत्यु दर ज्यादा रहने पर नाराजगी जताई है। सरकार ने प्रदेश में आने-जाने के लिए अब ई-पास व्यवस्था खत्म कर दी है। प्रदेश से बाहर जाने व आने के लिए ई-पास लागू रहेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज ने शनिवार को मंत्रालय में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। सागर, बुरहानपुर, नीमच की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाज में थोड़ी भी चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमीदिया अस्पताल की मृत्यु दर को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया और अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान से हमीदिया में इलाज की रोज की रिपोर्ट मांगी। सागर के अफसरों से बात करते हुए सीएम ने पूछा कि मेडिकल कॉलेज में सारी सुविधाएं हैं, फिर कुछ मरीजों को रैफर क्यों किया जा रहा है। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने को कहा।
वहीं बुरहानपुर की व्यवस्था की चौहान ने सराहना की, जहां रिकवरी रेट 67 फीसदी हो गया है। जबकि नीमच में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चौहान ने विशेष ध्यान देने को कहा है। जिले में सर्वे कराने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग कराने को भी कहा। जिले में पॉजिटिविटी रेट 40 फीसदी है।
ई-पास व्यवस्था खत्म
सरकार ने रविवार से प्रदेश में आने-जाने के लिए पास सिस्टम भी खत्म कर दिया है। जबकि राज्य से बाहर जाने या आने के लिए ई-पास बनाए जाएंगे, जो ऑटो जनरेट होंगे। आयुष्मान योजना में 59 अस्पताल अपर मुख्य सचिव सुलेमान ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 59 अस्पतालों को शामिल किया गया है। इनमें मरीजों को योजना के तहत इलाज की सुविधा मिलेगी।