विधायक पूर्णिमा के परिवार के खिलाफ AICC सदस्य संतोष ने खोला मोर्चा, लगाया हत्या की साजिश रचने का आरोप

धनबाद। कांग्रेस नेता संतोष सिंह ने जानमाल का खतरा बताते हुए पूर्व मंत्री बच्चा सिंह, डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह व उनके मौसेरे भाई हर्ष सिंह के खिलाफ एसएसपी अखिलेश बी वारियर को लिखित शिकायत की है। शिकायत पत्र की प्रतिलिपि धनबाद व झरिया थाने को भी दी गई है। संतोष सिंह की शिकायत पर बच्चा सिंह, एकलव्य सिंह व हर्ष सिंह के खिलाफ धनबाद थाना में स्टेशन डायरी अंकित हुई है। इससे पूर्व संतोष सिंह ने इसी मामले को लेकर बच्चा सिंह, हर्ष व एकलव्य सिंह के खिलाफ झारखंड पुलिस को ट्वीट किया था।

एसएसपी को दी गई शिकायत में संतोष सिंह ने लिखा है कि धैया निवासी हर्ष सिंह फिलवक्त धनबाद के बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड में जमानत पर छूटा है। वह झरिया ऐना कोलियरी से प्रति टन रंगदारी वसूलना चाहता है। वह आर्थिक अपराध में भी लिप्त है। अक्सर हर्ष के कारनामों की वे खिलाफत करते हैं। जिस कारण वह अपने संबंधी पूर्व मंंत्री बच्चा व डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह के साथ मिलकर उनकी हत्या करने की साजिश रच रहा है। तीनों कभी भी मौका पाकर उसकी हत्या करवा सकते हैैं। संतोष सिंह ने आवेदन में यह भी लिखा है कि बच्चा सिंह ने अकूत संपत्ति अर्जित कर रखी हैै। राजनीति के पीछे आउटसोर्सिंग कंपनियों से रंगदारी के लिए पत्र लिखना भी उनका काम है। संतोष सिंह ने देवप्रभा नामक आउटसोर्सिंग के प्रबंधक को कोट करते हुए लिखा है कि पुलिस चाहे तो आउटसोर्सिंग प्रबंधक से इस संबंध में  जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

विधानसभा चुनाव के समय से ही तनातनी 

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य संतोष सिंह और बच्चा सिंह, एकलव्य सिंह व हर्ष सिंह के बीच झारखंड विधानसभा चुनाव-2019 के समय से ही तनातनी चल रही है। संतोष सिंह झरिया विधानसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार थे। हर्ष सिंह ने अपने माैसेरे भाई दिवंगत नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह को कांग्रेस का टिकट दिलवाया। साथ ही चुनाव जिताने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। टिकट वितरण से पहले जामताड़ा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने संतोष सिंह और हर्ष सिंह के बीच टकराव भी हुआ था। पूर्णिमा नीरज सिंह के विधायक बनने के बाद झरिया में हर्ष सिंह कांग्रेस की राजनीति में हावी हैं। इसी बात को लेकर संतोष सिंह और विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के खेमे के बीच टकराव बढ़ रहा है।

संतोष की मंशा बस बॉडीगार्ड पाना : बच्चा सिंह 

संतोष सिंह का अंगरक्षक वापस ले लिया गया है। इस कारण अनाप शनाप बातें करता है। थाना में वह क्या लिखकर दिया है। यह जानकारी फिलहाल मुझे नहीं है। स्थिति जानने के बाद इस पर कोई प्रतिक्रिया दे पाएंगे।

यह कहना है पूर्व मंत्री बच्चा सिंह का। उन्होंने कहा कि फिलहाल संतोष का जो आरोप है वह बेबुनियाद है। किसी की अकूत संपत्ति छुपी नहीं रहती है। यह तो जांच का बिंदु है। उन्होंने कहा कि संतोष इसी तरह का बयान देकर सुर्खियों में रहना चाहता है। संतोष की दशा से सभी लोग परिचित हैं।