लखनऊ। गाजियाबाद के क्रासिंग रिपब्लिक थाने में शुक्रवार को लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने जमकर बवाल काटा। उन्होंने पुलिस पर एक आरोपी से 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और नहीं देने पर जेल भेजने का आरोप लगाया है। आरोपी पर एक मौलाना से मारपीट कर जबरन जय श्रीराम बोलवाने का आरोप है। जमानत पर छूट कर बाहर आए आरोपी ने इस संबंध में लोनी विधायक को घटना की जानकारी दी। इसके बाद लोनी विधायक अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार की दोपहर क्रासिंग रिपब्लिक थाने पहुंचे थे।

बता दें कि कुछ दिन पहले गाजियाबाद के क्रासिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र के पंचशील सोसायटी में आरोपी मनोज प्रजापति द्वारा एक मौलाना से जबरन जय श्रीराम बोलवाने का मामला प्रकाश में आया था। आरोप है कि जय श्रीराम नहीं बोलने पर आरोपी मनोज प्रजापति ने मौलाना को लिफ्ट से बाहर फेंक दिया था। इस मामले में मौलाना की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया था और आरोपी मनोज को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। अब आरोपी मनोज जमानत पर जेल से छूटकर बाहर आ गया है। विधायक नंद किशोर गुर्जर के मुताबिक मनोज प्रजापति ने जेल से छूटने के बाद उनसे मुलाकात की और बताया कि पुलिस उसे मुकदमे में बरी करने और थाने से ही छोड़ने के लिए 10 रुपये रिश्वत मांग रही थी। चूंकि वह इतनी बड़ी रकम रिश्वत देने में असमर्थ था, इसलिए पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। यह सुनकर नाराज विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने शुक्रवार को क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने में पहुंचकर जमकर हंगामा किया। उधर, मनोज प्रजापति का कहना है कि पुलिस के पास उसके द्वारा जय श्रीराम का नारा लगवाने संबंधी कोई सबूत नहीं है। इसी आधार पर पुलिस उसे 10 लाख रुपये लेकर छोड़ने का वादा भी कर रही थी। वहीं जब वह रिश्वत नहीं ने पाया तो पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। अब तो उसकी पत्नी को आए दिन धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। इस घटना से उसका पूरा परिवार डरा हुआ है। वहीं विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि यह मामला यहीं नहीं थमने वाला। वह इस मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिलेंगे।