पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज ने किया खुलासा, बताया क्यों टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा

कराची। कथित तौर पर टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी की केंद्रीय अनुबंध सूची से हटाए जाने के बाद, बाएं हाथ के तेज गेंदबाज वहाब रियाज ने कहा कि उन्होंने क्रिकेट का पारंपरिक प्रारूप खेलना बंद करने का फैसला किया, क्योंकि उन्हें राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा बार-बार नजरअंदाज किया जा रहा था। इस महीने 35 साल के होने वाले वहाब रियाज ने कहा कि उन्हें अक्टूबर 2018 से पाकिस्तान की टेस्ट टीम में नहीं चुना गया था और पिछले साल टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के उनके फैसले के पीछे यही वजह थी।

एक इंटरव्यू में वहाब रियाज ने कहा है, “मैंने अक्टूबर 2017 में एक टेस्ट खेला था और फिर एक साल बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सपाट पिच पर एक और मौका मिला था, लेकिन फिर एक साल से अधिक समय के लिए मुझे टीम से ड्रॉप कर दिया गया। अगर मैं नहीं खेल सकता हूं तो यह मेरे लिए नहीं है। इसलिए मैने व्हाइट बॉल क्रिकेट पर फोकस करने का मन बनाया और महसूस किया कि अगर मैं टी20 और वनडे पर फोकस करता हैं तो मैं कुछ और समय टीम के लिए खेल सकता हूं।”

27 टेस्ट, 89 वनडे और 31 टी20 इंटरनेशनल मैचों में कुल मिलाकर 228 विकेट चटकाने वाले लेफ्ट आर्म पेसर वहाब रियाज को ही नहीं, बल्कि पीसीबी ने उनको साथी गेंदबाज मोहम्मद आमिर को भी बोर्ड के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया है, क्योंकि इन दोनों ही दिग्गज गेंदबाजों ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। आम धारणा तो यही कहती है कि पीसीबी ने टेस्ट क्रिकेट छोड़ने की वजह से इन गेंदबाजों को टीम से ही नहीं, बल्कि सालाना अनुबंध से बाहर कर दिया है, क्योंकि उस समय टीम को उनकी जरूरत थी।

वहाब रियाज, जो दुनिया भर में ज्यादातर टी20 लीगों में खेलते हैं, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए खेलना उनके लिए केंद्रीय अनुबंध हासिल करने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण था। रियाज ने कहा, “मैं फिट हूं और मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं और मैं पाकिस्तान टीम का प्रतिनिधित्व सीमित ओवरों की क्रिकेट में करना चाहता हूं तो इसलिए मेरा लक्ष्य अपने देश के लिए खेलना है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल करना और नहीं करना ये बोर्ड का फैसला है।”