लखनऊ। प्रदेश में इस समय 76 जिले हो गए हैं. प्रयागराज जिले के अंदर ही एक नया जिला ‘महाकुंभ’ बनाया गया है, जिसमें DM-SSP से लेकर तमाम वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है। बकायदा महाकुंभ जिले के कई सेक्टरों और थाना क्षेत्रों में बांटा गया है, जिसमें SDM, सीओ, इंस्पेक्टर, दारोगा से लेकर सिपाहियों तक की तैनाती की गई है। इन्हीं सबके कंधों पर पूरे ‘महाकुंभ’ जिले की कमान है।
यही नहीं आपको जानकर यह हैरानी होगी कि ‘महाकुंभ’ जिला यूपी का ऐसा जिला हो गया है, जिसमें सबसे ज्यादा पुलिस थाने हैं। महाकुंभ में कुल 56 पुलिस थाने बनाए गए हैं। इसके साथ 144 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। अभी तक यूपी में सिर्फ कानुपर ही ऐसा जिला है, जिसमें सबसे ज्यादा 52 थाने हैं। ये भी बता दें कि महाकुंभ में दो साइबर थाने अलग से बनाए गए हैं। हर थाने में साइबर डेस्क होगी।
महाकुंभ जिले में इस बार करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए जिले की सुरक्षा व्यवस्था भी काफी कड़ी की गई है। महाकुंभ मेले में इस बार लगभग 50 हजार पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है। ये 2019 में हुए कुंभ की तुलना में 40 फीसदी ज्यादा संख्या है। यही नहीं महाकुंभ क्षेत्र में पुलिस कंट्रोल रूम के चार ब्रांच बनाए गए हैं, जिनमें से तीन मेला क्षेत्र में और एक शहर में भीड़ की आवाजाही पर 24 घंटे नजर रखेंगे।
महाकुंभ में मेला क्षेत्र को 10 जोन और 25 सेक्टर में बांटा गया है। इन्हीं में 56 पुलिस थाने और इसके साथ 144 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। कुल मिलाकर थाने चौकियों की संख्या को देखा तो महाकुंभ इसमें टॉप पर है। एक रिपोर्ट्स के अनुसार, महाकुंभ को छोड़ दें तो यूपी के 75 जिलों में कुल 2015 पुलिस थाने हैं। फिरोजाबाद जिले का नारखी थाना सबसे बड़ा थाना है।
ये भी बता दें कि महाकुंभ दो महीने के लिए बनाया गया एक टेंपरेरी जिला है। इस जिले में यूपी के विभिन्न जिलों के पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। महाकुंभ खत्म होने के बाद सभी पुलिसकर्मी अपने-अपने जिलों में, जहां उनकी मूल तैनाती है, वहां वापस लौट जाएंगे। इसके साथ ही DM-SSP का पद भी महाकुंभ के खत्म होते ही हट जाएगा।