*TV20 NEWS || LUCKNOW :फर्जी सर्टिफिकेट पर टीचर बनी शुमाएला पाक से ऐसे पहुंची थी रामपुर…बेटी संग मां का भी सच आया सामने!*
लखनऊ। प्रदेश के बरेली में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करती मिली शुमायला की मां का भी सच सामने आया है। शुमाएला की मां फरजाना उर्फ माहिरा अख्तर का मायका रामपुर के मोहल्ला आतिशबाजान में था। उसने जून 1979 में पाकिस्तान के रहने वाले सिबगत अली से निकाह किया था। निकाह के बाद वो पाकिस्तान चली गई। उन्हें पाकिस्तान की नागरिकता भी मिल गई। लगभग 2 साल में ही उनका तलाक हो गया। पाकिस्तान में जन्मी शुमायला दो वर्ष की उम्र में मां के साथ रामपुर लौट आई थी। उसने दस वर्ष तक फर्जी निवास प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी की। भारत आते समय फरजाना उर्फ माहिरा ने पाकिस्तानी पासपोर्ट पर वीजा प्राप्त किया था। वह अपनी दोनों बेटियों शुमाएला व आलिमा के साथ अपने मायके रामपुर आकर रहने लगी। वीजा अवधि खत्म होने पर भी जब वो वापस नहीं लौटी तो एलआईयू ने रामपुर में वर्ष 1983 में मुकदमा दर्ज करा दिया। 25 जून 1985 को उन्हें सीजेएम कोर्ट से कोर्ट की समाप्ति तक अदालत में मौजूद रहने की सजा सुनाई गई। बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इसी बीच 22 जनवरी 1992 को फरजाना उर्फ माहिरा अख्तर बेसिक शिक्षा विभाग में टीचर बन गईं। उन्हें प्राथमिक विद्यालय कुम्हरिया कला में तैनाती मिली थी। मामला शासन तक पहुंचा। जांच हुई मगर दबा दी गई।