ऐसे सभी कर्मचारियों का भी आदर है जो अपने-अपने कार्यालयों में ईमानदारी के कारण अल्पसंख्यक हैं वह खुद की त्रिस्कृत न समझें। अपने जीवन में भी आपको अनुभूति होती होगी कि आपने क्या कमाया है। हर तरफ आपको हृदय से सम्मान मिले, ईमानदारी के हठयोग पर यही आपकी अक्षय ऊर्जा है। कर्मचारी प्रसंसा दिवस पर जिन लोगों तक मैं अकिंचन नहीं पहुंच पाया वह माफ करने की दया करें। बताना चाहता हूं कि आज का दिन केवल और केवल आपकी प्रसंसा पर गंवा दिया हूँ। कोई मन न छोटा करे, भविष्य में उनकी अस्तुति का अवसर मिलेगा तो अवश्य करूंगा। फिर भी आज मैं यही कहूंगा कि आज कर्मचारी प्रसंसा दिवस पर इनको प्रभु वह सब शक्ति प्रदान करें जिससे यह बिना किसी कोर-कसर के समाज ने अपने कार्य को आगे बढ़ाने में निर्विघ्न सेवा देते रहें।