*TV20 NEWS || AZAMGHARH : आजमगढ़ भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष आजमगढ़ ध्रुव कुमार सिंह और लालगंज जिलाध्यक्ष विनोद राजभर की उपस्थिति में भाजपा का 46वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया*

आजमगढ़ भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष आजमगढ़ ध्रुव कुमार सिंह और लालगंज जिलाध्यक्ष विनोद राजभर
की उपस्थिति में आज 6 अप्रैल को भाजपा का 46वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर पार्टी कार्यालय पर पार्टी का झंडा फहराया गया। गाजे बाजे और आतिशबाजी के साथ एक दूसरे को मिठाई खिलाकर एक दूसरे को बधाई दी गई। पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों ने अपने घरों पर पार्टी का झंडा लगाया।
इस अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष आजमगढ़ ध्रुव कुमार सिंह ने कहा कि
1951 में गठित जनसंघ से अलग होकर 6 अप्रैल, 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुईं। भाजपा आज भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। यह संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के मामले और प्राथमिक सदस्यता के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है।
अपने वैचारिक अधिष्ठान के साथ विचारधारा के स्तर पर भाजपा एक राष्ट्रवादी पार्टी है।
भाजपा की स्थापना जरूर 1980 में हुई थी लेकिन इसकी बुनियाद स्वतंत्रता सेनानी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में ही भारतीय जनसंघ बनाकर कर दी थी। जनसंघ की तरह भाजपा का आरंभ भी काफी कठिनाइयों वाला रहा।
1984 के आम चुनाव में भाजपा को महज दो सीटें मिली थी। लेकिन आज 45 वर्ष में भाजपा न केवल लगातार तीसरी बार केन्द्र की सरकार में है अपितु 19 राज्यों में भाजपा अपने सहयोगियों या बिना सहयोगियों के साथ सरकार में है।
1980 में जब भाजपा की स्थापना हुई तो सबसे पहले उत्तर प्रदेश में संगठन की अध्यक्षता माधव प्रसाद त्रिपाठी को सौपी गईं। वह 1980 से 1984 तक अध्यक्ष रहे। उनका कार्यकाल खत्म हुआ तो संगठन के बड़े नेता रहे कल्याण सिंह जी अध्यक्ष बने। वह 1984 से 1990 तक अध्यक्ष रहे। 1990 में राजेन्द्र गुप्त जी प्रवेश अध्यक्ष बने और उसके तुरंत बाद कलराज मिश्र जी प्रदेश के अध्यक्ष बनाये गये।
इसके बाद राजनाथ सिंह जी कुछ समय तक अध्यक्ष रहे और उसके बाद प्रदेश संगठन को ओमप्रकाश सिंह का साथ मिला। आगे भी इसी तरह क्रम चलता रहा और बारी-बारी से कलराज मिश्र, विनय कटियार, केशरीनाथ त्रिपाठी, रमापतिराम त्रिपाठी, सूर्यप्रताप शाही, लक्षीकांत बाजपेयी, केशव प्रसाद मौर्य, डा. महेद्र नाथ पांडेय और स्वतंत्रदेव सिंह ने उत्तर प्रदेश में संगठन की अध्यक्षता संभाली।
इसके बाद से अब तक में भूपेन्द्र सिंह चौधरी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भाजपा की सेवा में हैं। यह संगठन की महत्ता है कि, हम समी सामान्य पृष्ठमूमि से आने वाले कार्यकर्ता पार्टी के सबसे बड़े पद को संभाल रहे हैं। यही विशेषता भाजपा को और दूसरे दलों से अलग करती है। भाजपा में सामान्य से सामान्य कार्यकर्ता आगे बढ़कर किसी भी जिमेदारी को संभाल सकता है। यह प्रेरणा पार्टी में प्रत्येक कार्यकर्ता को प्रात है। यह विषेशता ही भाजपा को आज पूरे विश्व में प्रकाशित कर रहा है।
भाजपा के अपने कई प्रकोष्ठ हैं। समाज के हर वर्ग के लिये भाजपा अपने प्रकोष्ठों के माध्यम से कार्यरत है। भाजपा का सबसे बड़ा सहयोगी संगठन है, भारतीय जनता युवा मोर्चा।
1980 में भाजपा बनने के बाद आज 45 वषोँ में युवा मोर्चा, महिला मोर्चा किसान मोर्चा पिछड़ा मोर्चा अनुसूचित मेोचा बहुत मजबूत हो गया है। भाजपा के सभी मोर्चा मंडल स्तर पर संगठन का विस्तार कर चुके हैं। प्रदेश के समी 1018 संगठनात्मक मण्डलों में आज भाजपा के समी मोर्चों की पूरी टीम विद्यमान है। जिससे भाजपा को बड़ी ताकत मिलती है। प्रदेश के सभी 1018 मण्डलों में भाजपा की बड़ी टोली कार्यरत है, जो अपने शक्तिकेन्द्र और बूथ स्तर तक पार्टी को आगे बढाती जा रही है।
भाजपा ने संगठनात्मक दृष्टि से प्रदेश को 98 जिलों में बांटा है। इनमें से संठन पर्व के तहत निर्वाचित होकर आये 70 जिलाध्यक्ष की घोषणा पार्टी कर चुकी है।
प्रत्येक तीन वर्ष पर भाजपा का संगठनात्मक चुनाव होता है। जैसे इस बार हो रहा है। जिसे बूथ, मंडल, जिला और प्रदेश स्तर पर कार्यकर्ता चुनकर अपना नेता तय करते हैं। ऐसी लोकतंत्रिक प्रक्रिया किसी दूसरे दल में आपको नहीं मिलेगी।
पार्टी के पदाधिकारी प्रयेक दिन अपने प्रवास के समय सभी से मिलते जुलते हैं। उनके दुख-सुख में सहभागी होते हैं।
वर्तमान में आज भाजपा सरकार में हैं। अपने संगठन को लगातार आगे बढ़ा रही है। यह एकमात्र ऐसा राजनीतिक संगठन है, जो अपने सभी भाजपा कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों के लिये समय -समय पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करता है।
पिछले वर्ष सितंबर माह में राष्ट्रीय स्तर और उत्तर प्रदेश स्तर पर सदस्यता अभियान शुरू किया गया। जिसके बाद तीन करोड़ प्राथमिक सदस्य उत्तर प्रदेश में बने और 2 लाख 50 हजार लोग पार्टी के सक्रिय सदस्य बनें। भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया प्रदेश में पूरी हो रही है।
बूथ, मण्डल और जिला अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। भाजपा संगठन में समाज के लगभग समी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो रहा है और समाज के सभी पिछड़े, दलित, आदिवासी, अति दलित एंव महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व मिला है।
1989 में जब भाजपा के केवल 16 विधायक थे, तब भी भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को लेकर सजग थी। उनके कार्यं को सरकार के समक्ष उठाया जाता था। अपार सामाजिक आर्थिक कठिनाईयों के बाद भी भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को सहेज कर रखा।
आज प्रदेश में 162459 बूथ हैं और हर बूथ पर भाजपा के 17 सदस्यीय बूथ समिति के साथ अध्यक्ष, बूथ प्रभारी की मौजूदगी है जो दिन प्रतिदिन के अभियान को चलाते हैं। इसके कारण भाजपा प्रदेश के लगभग 1 लाख गांवों तक अपनी सीधी पहुंच रखती है। माननीय प्रधानमन्त्री जी के मन की बात हर महीने कम से कम 125000 बूथों पर सुनी जाती है जिसके बाद हर बूथ से कार्यकर्ता अपी फोटो भेजते हैं। आज भाजपा के प्रदेश में 27634 शक्ति केन्द्र हैं।
माघ महीने में आयोजित प्रयागराज महाकुंम 2025 के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के कर्यकर्ताओं ने बड़े आयोजन को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिये और आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा भावना के साथ आव भगत करके सीधा संदेश दिया है कि, भाजपा केवल राजनीति नहीं करती है बल्कि भाजपा के कार्यकर्ता समाज के सेवाभाव के प्रति भी अनुरागी है।
इसके पहले कोबिड 2019 के समय पूरे विश्व ने भाजपा की सेवा भावना को बहुत नजदीक से देखा था।
2017 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रदेश अध्यक्ष थे, उनके नेतृत्च में पार्टी ने 312 सीटों पर विजय प्राप्त की थी।
2022 के विधानसभा चुनाव से पहले जल संसाधन मंत्री स्तंत्रदेव सिंह अध्यक्ष रहे और उस समय भी पार्टी ने 255 सीटों को जीतकर लगातार दूसरी बार प्रदेश में सरकार बनाई।
2014 लोकसमा चुनाव में भाजपा के 282 लोकसभा सीटें जीतने में उत्तर प्रदेश के शानदार प्रदर्शन का महत्वपू्ण योगदान रहा है। भाजपा ने लोकसमा चुनाव में 42. 3 फीसदी वोट के साथ यूपी में 71 सीटें हासिल की थीं। इसके बाद 2019 के चुनावों मे सपा-बसपा गठबंधन के बाद भी 67 सीटें जीतकर इतिहास बनाया।
2024 के लोकसमा चुनाव में कुछ षड्यंत्रों के कारण भाजपा की सीटें कम हुई। लेकिन हमने लगातार तीसरी बार केन्द्र में सरकार बनाकर विपक्ष को कड़ा जबाव दिया।

2017 के नगर निकाय चुनावों में भारी जीत के बाद भाजपा ने 2023 नगर निकाय चुनाव में भी अब तक की सबसे बडी जीत प्राप्त की । 17 नगर निगमों में पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ विजय प्राप्त करने में सफल रही है।
आज भाजपा 104 नगर पालिका परिषदों में अघ्यक्ष है। 67 जिला पंचायत अध्यक्ष है। 196 नगर पंचायतों में भाजपा के नगर पंचायत अध्यक्ष है। जबकि 2300 पंचायतों में भाजपा के कार्यकर्ता ग्राम प्रधान हैं।
पिछले आठ वर्षों में हुए कुल 42 उपचुनावों में भाजपा ने 74 प्रतिशत स्ट्रइक रेट के साथ 32 सीटों पर जीत हासिल की है। यह भाजपा के लिए बहुत बडी सफलता है।
एक जिला एक मेडिकल कॉलेज के तहत हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना
प्रत्येक कमिश्नरी स्तर पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना का कार्य चल रहा है।
वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर ।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण अयोध्या दीपोत्सव, ब्रज रंगोत्सव, काशी की देव दीपावली। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक पर्यटक आगमन वाला राज्य।
इस अवसर पर घनश्याम पटेल, सचिदानंद सिंह डा श्याम नारायण सिंह, कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा,हनुमंत सिंह ,हरिवंश मिश्रा, नागेन्द्र पटेल, पूनम सिंह, हरीश तिवारी, पवन सिंह मुन्ना, विनय प्रकाश गुप्ता, मयंक गुप्ता, कुशुम लता बौद्ध, अवनीश चतुर्वेदी, पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।