आजमगढ़ 11 सितम्बर– उप कृषि निदेशक (कृषि रक्षा) गोपाल दास ने अवगत कराया है कि पिछले कुछ दिनों से वर्षा न होने के कारण धान की फसल में झुलसा रोग लगने की संभावना बढ़ गयी है।
उन्होने बताया कि झुलसा रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियाँ नोक एवं किनारे से सूखने लगती है। सूखे हुए किनारे अनियमित एवं टेढ़े-मेढ़े हो जाते है तथा पत्तियों के नसों में भी कत्थई रंग की धारियाँ बन जाती हैं। दूर से देखने पर फसल जली हुई व पौधों की बढ़वार घटती हुई नजर आती है। इसके लिए कृषक बंधुओं को सलाह दी जाती है कि प्रभावित क्षेत्र से तत्काल पानी निकाल दें, यूरिया की टॉप ड्रेसिंग रोक दे तथा कापरआक्सीक्लोराइड 50 प्रतिशत डब्ल्यूपी की 500 ग्राम मात्रा के साथ स्ट्रेप्टोसाइक्लिन की 15 ग्राम मात्रा को 500-600 ली0 पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
फसल सुरक्षा की अधिक जानकारी अथवा अन्य किसी समस्या के समाधान हेतु किसान भाई अपने विकास खण्ड स्थित कृषि रक्षा इकाई के प्रभारी से अथवा उप कृषि निदेशक (कृषि रक्षा) से मो0न0 9415592498 पर संपर्क कर सकते हैं।