*TV20 NEWS|| LUCKNOW :संघ हिन्‍दू राष्‍ट्र नहीं बना रहा है बल्कि हिंदुओं को…सरकार्यवाह दत्‍तात्रेय होसबोले ने बताई रणनीति!

लखनऊ। राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ लखनऊ विभाग की ‘शाखा टोली का एकत्रीकरण’ लखनऊ के आशियाना क्षेत्र स्थित स्‍मृति उपवन में आयोजित किया गया। मुख्‍य अतिथि सरकार्यवाह दत्‍तात्रेय होसबोले ने कहा, ‘स्‍वयंसेवक शाखा के माध्‍यम से भारत के परम वैभव के लिये प्रतिदिन साधना कर रहे हैं।’ संघ 100 वर्षों से हिन्‍दू समाज को जागृत करता आ रहा है। संघ हिन्‍दुओं को सेवाभावी हिन्‍दू बनाने के साथ ही अकेले हिन्‍दू को शक्तिशाली एवं राष्‍ट्रीय हिन्‍दू बनाने का कार्य कर रहा है। हिन्‍दुओं को समरसता की धारा में लाने का कार्य संघ ने किया है। पवित्र भगवा ध्‍वज के सम्‍मुख हम सभी यहां एकत्र हुए हैं, यह अपने कार्य पद्धति का हिस्‍सा है। संघ समय-समय पर अपने कार्यकर्ताओं को ठीक बनाये रखने एवं गुणवत्‍तापूर्ण बनाने के लिये इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है। यह एक संगठनात्‍मक कार्यक्रम है। अपने संगठन को और मजबूत एवं सुसंगठित करने के लिये इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इससे हमारे अंदर का स्‍वयंसेवकत्‍व बेहतर होता रहता है। इसकी तैयारी के लिये सभी ने अपनी-अपनी शाखा में कई दिनों तक मेहनत की है।हम सब संघ के स्‍वयंसेवक हैं। हमने देश के लिये संकल्‍प लिया है। इस राष्‍ट्र को वैभव के शिखर एवं विकास के पथ पर ले जाने के लिये हम सदैव कार्यरत रहेंगे। ऐसा हम इसलिये करते हैं क्‍योंकि हम भारतवर्ष में जन्‍मे हैं। भारतवर्ष में जन्‍म लेने के लिये देवता भी तरसते हैं। इसलिये यहां जन्‍म लेना हमारा सौभाग्‍य है। ऐसे में हमारा कर्तव्‍य भी बनता है कि हम समाज और देश के प्रति अपने संकल्‍पनिष्‍ठ कर्तव्‍यों का निर्वहन करें।भारत के साहित्‍यकारों, वैज्ञानिकों एवंं समाजसेवकों आदि ने इसे भारत तो बनाने के साथ इस धरती को सँवार भी दिया है लेकिन इसे निरंतर उच्‍चता की ओर ले जाने के लिये हमें भी अपने कर्तव्‍यों ने का निर्वहन करना होगा।होशबोले ने कहा, इस देश के लिये जिन महापुरुषों ने बलिदान दिया है, उन सबका हमें नाम तक याद नहीं रहता। ऐसे अनेक वीर हैं जिन्‍होंने आवश्‍यकता पड़ने पर अपने जीवन को न्‍योछावर करते हुये भारतीयता और धर्म की रक्षा की है। देश की खातिर अपने जीवन को समर्पित करने वाले ऐसे लोगों की तरह ही हमें भी अपना जीवन निर्वहन करना होगा। ऐसे महापुरुषों का कर्ज हम सब पर हैं। उन्‍होंने कहा, ‘एक स्‍वयंसेवक का सपना होता है कि ‘देश हमें सब कुछ देता है, हम भी देश को कुछ देना सीखें।’
उन्होंने कहा कि सामाजिक काम तो पहले भी बहुत से लोगों ने किया है। ऐसे महापुरुषों से हम प्रेरणा लेते हुये उन्‍हें नमन करते हैं। मगर इसमें विचारणीय है कि आरएसएस की भूमिका क्‍या है? इसे स्‍पष्‍ट करते हुये उन्‍होंने कहा कि संघ का कार्य है कि हर प्रकार का व्‍यक्‍ति अपने कार्य करते हुये देश-समाज के लिये कुछ न कुछ करे, यही राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ का कार्य है। संघ की विशेषता है कि एक ही समय में ए‍क ही पद्धति से एक ही लक्ष्‍य के साथ स्‍वयंसेवक शाखा का कार्य रहे हैं। आप दक्षिण जाएं या उत्‍तर या पश्चिम या पूरब, सभी जगहों पर संघ की शाखा में जाकर देखने पर आप पाएंगे कि हर मौसम में संघ के स्‍वयंसेवक एक ही पद्धति से शाखा का आयोजन करते हैं। स्‍वयंसेवक शाखा के माध्‍यम से भारत के परम वैभव के लिये प्रतिदिन साधना कर रहे हैं।