तीन सदस्यीय केन्द्रीय टीम ने बाढ़ की क्षति के सत्यापन के सम्बन्ध में की बैठक

आजमगढ़ 19 सितम्बर– रमेश कुमार गंटा, संयुक्त सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंध प्राधिकरण, गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं तीन सदस्यीय केन्द्रीय टीम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ की क्षति के सत्यापन के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि तहसील सगड़ी क्षेत्र के अन्तर्गत बाढ़/अतिवृष्टि से 195 ग्राम प्रभावित हुए हैं, जिनमें राहत/बचाव के लिए 20 बाढ़ चैकियाॅ, 05 राहत शिविर, 20 राहत वितरण केन्द्र, छोटी मझोली एवं बड़ी, कुल 301 नाव संचालित की गयी थी, बाढ़ से 246.302 क्षेत्रफल हे0 कृषि भूमि कटान से प्रभावित हुई थी एवं बाढ़ से 11307.977 हे0 कृषि योग्य भूमि प्रभावित हुई थी। इसी प्रकार बाढ़ से 20 पूर्णतः क्षतिग्रस्त पक्के मकान, 02 अधिक क्षतिग्रस्त पक्के मकान, 325 आंशिक क्षति कच्चे मकान, 156 क्षतिग्रस्त झोपड़ियाॅ हैं, जिनकी कुल क्षति 36.94 लाख है।
आगे जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से सार्वजनिक परिसम्पत्तियाॅ भी क्षति हुई हैं, जिसमें 21 विद्यालय, 01 पुलिया, टेकनपुर व जोकहरा, गांगेपुर मठिया में 02 तटबन्ध क्षतिग्रस्त हुए थे, जिनकी कुल क्षति 1406.866 लाख है। जिस पर सयंुक्त सचिव ने जानकारी प्राप्त किया कि पुलिया एवं तटबन्ध में क्या कार्य कराये गये हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि उक्त तटबन्ध को बनवा दिया गया है एवं पुलिया को अस्थाई रूप से ठीक कराया गया है।
बाढ़ से 53 जनपद मार्ग/ग्रामीण क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिस पर संयुक्त सचिव ने पीडब्ल्यूडी के एक्सीयन को निर्देश दिये कि उक्त क्षतिग्रस्त हुए सड़कों की मरम्मत एवं पैच का कार्य कराना सुनिश्चित करें।
आगे जिलाधिकारी ने बताया कि 14100 राहत सामग्री किट एवं किरोसिन आयल, पशु चारा, कपड़े एवं रसोई बर्तन आदि की व्यवस्था बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में की गयी थी। जिस पर 348.64 लाख धनराशि व्यय की गयी थी। चिकित्सीय कार्य में 17768 व्यक्तियों का ईलाज किया गया था, 167501 क्लोरिन टैबलेट, 14183 ओआरएस का पैकेट वितरित किया गया था, एवं 35286 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया था।
आगे जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि बाढ़ से 8424 हे0 धान की फसल एवं 2879 गन्ने की फसल का नुकसान हुआ था, जो धान एवं गन्ने की लगभग 90 से 95 प्रतिशत नष्ट हो गयी है। जिस पर संयुक्त सचिव ने जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिन-जिन कृषकों के फसलों की क्षति हुई है, उनकी रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें एवं बीमा कम्पनी द्वारा जिन-जिन कृषकों का 50 प्रतिशत क्षति हुई है, उन कृषकों की क्षतिपूर्ति बीमा कम्पनी से समन्वय बनाकर तत्काल दिलवाना सुनिश्चित करें। संयुक्त सचिव ने बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि को निर्देश दिये कि फसलों की क्षति की रिपोर्ट जो तैयार की गयी है, उसे उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
संयुक्त सचिव ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जो भी हैण्डपम्प स्थापित हैं, जिन हैण्डपम्प के प्लेटफार्म क्षतिग्रस्त हो गये हों, उनके प्लेटफार्म को बनवाना सुनिश्चित करें।
आगे संयुक्त सचिव ने सिंचाई एवं बाढ़ खण्ड के एक्सीयन को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जितने भी नहरें है, उनकी सूची उपलब्ध करायें एवं उन नहरों की शिल्ट सफाई तत्काल कराना सुनिश्चित करें।
इसी क्रम में संयुक्त सचिव एवं 03 सदस्यीय केन्द्रीय टीम द्वारा कल दिनांक 20 सितम्बर 2020 प्रातः 9ः00 बजे से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया जायेगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी राजेश कुमार, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 गुरू प्रसाद, एसडीएम सगड़ी सहित समस्त संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।