उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का सबसे व्यस्ततम हुसैनगंज चौराहे के नाम बदल दिया गया है. आज इस इस चौराहे को महाराणा प्रताप के नाम से जाना जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज महाराणा प्रताप की जयंती पर इसका ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की वीरता का का जिक्र करते हुए कहा कि आज के चुनौतीपूर्ण समय में उनका जीवन एक नई प्रेरणा देता है.
लखनऊ में आज महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर हुसैनगंज चौराहे पर लगी महाराणा प्रताप प्रतिमा के सौंदर्यीकरण के लोकार्पण का कार्यक्रम था जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया और कहा कि आज के चुनौतीपूर्ण समय में उनका जीवन नई प्रेरणा देता है. हल्दीघाटी की लड़ाई का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा ने वनवासियों और गिरिवासियों की सेना के साथ अकबर की सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था.
हुसैनगंज चौराहे के नाम बदला
सीएम योगी ने अपने संबोधन में महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह जैसे वीर योद्धाओं को भी नमन किया. ये कार्यक्रम सपा से बागी विधायक राकेश प्रताप सिंह ने आयोजित किया था. जिसमें बागी विधायक अभय सिंह, मंत्री राकेश सचान, मंत्री दिनेश प्रताप सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे. सीएम ने राकेश सिंह और मानवेंद्र सिंह को चौराहे के सुंदरीकरण के लिए बधाई दी और कहा कि ये चौराहा अब से महाराणा प्रताप सिंह चौराहे के नाम से जाना जाएगा.
सीएम योगी ने बताया कि 1998 में उन्होंने ही इस चौराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापना का प्रस्ताव दिया था. लखनऊ, गोरखपुर और प्रयागराज में तीन मूर्तियां स्थापित की गई थीं. जिनका उद्घाटन कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं ने किया था.
सीएम योगी ने इसे लेकर एक पोस्ट भी किया और लिखा- ‘हिंदुआ सूर्य’ भारत माता के महान सपूत, राष्ट्र नायक, वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की पावन जयंती के अवसर पर आज लखनऊ में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. स्वदेश और स्वधर्म के लिए उनका त्याग और बलिदान वर्तमान और भावी पीढ़ी के लिए सदैव प्रेरणा बना रहेगा. उनके श्री चरणों में कोटि-कोटि नमन!