लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से यूपी एटीएस ने गुरुवार को पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद तुफैल को गिरफ्तार किया।जांच में खुलासा हुआ कि वह पाकिस्तानी सेना के एक अफसर की पत्नी से 4 महीने तक संपर्क में रहा। तुफैल वाराणसी में नवापुरा, आदमपुरा का रहने वाला है। गहन छानबीन में सामने आया है कि तुफैल ने पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी के वीडियो वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर किए थे।
खुफिया एजेंसियों का इनपुट है कि तुफैल ने राजधानी दिल्ली से लेकर वाराणसी तक के अहम स्पॉट की तस्वीरें और उनसे जुड़ी जानकारियां शेयर की। इनमें दिल्ली का राजघाट, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया शामिल है। इनके अलावा काशी के नमोघाट और ज्ञानवापी से जुड़े कंटेंट भी पाकिस्तानी नंबरों पर शेयर किए थे। तुफैल ने बाबरी मस्जिद का बदला देने और शरीयत कानून लागू करने के मैसेज साझा करता था। इसके लिए पाकिस्तानियों का समर्थन भी मांगता था। तुफैल पाकिस्तानी वॉट्सऐप ग्रुप के लिंक को वाराणसी में अपने करीबियों को शेयर करता था, उन्हें पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी से जुड़ने के लिए बोलता था।
यह भी जानकारी सामने आई है कि तुफैल 600 से ज्यादा पाकिस्तानी फोन नंबरों के संपर्क में था। बताया गया कि तुफैल फेसबुक के जरिए फैसलाबाद (पाकिस्तान) की नफीसा नाम की एक महिला के संपर्क था। नफीसा का पति पाकिस्तानी सेना में है। एटीएस तुफैल से पूछताछ कर रही है, एटीएस उसे राज्य मुख्यालय पर लाकर और कड़ाई से पूछ-ताछ की जायेगी।
एटीएस ने लखनऊ में एफआईआर लिखी है। उसके बाद तुफैल को वाराणसी में उसके घर से अरेस्ट किया। उसको आदमपुर थाने में लाया गया, आमद दर्ज कराने के बाद उसको लखनऊ ले जाया गया है। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि उसने वॉट्सऐप ग्रुप पर वाराणसी के गोपनीय दस्तावेज और भारतीय स्मारकों के फोटो भी शेयर किए हैं। इसके पहले 18 मई को मुरादाबाद में भी पाकिस्तानी जासूस पकड़ा गया था।