राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले ने पूरे देश का हिलाकर रख दिया है। राजा की हत्या के मामले में गिरफ्तार हुई सोनम को मेघालय पुलिस शिलांग लेकर गई है। इसके अलावा इन मामले में शामिल अन्य चार आरोपियों को भी अपने साथ लेकर गई है। पुलिस इस मामले में लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि, सोनम ने पुलिस के सामने अपराध कबूल कर लिया है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, राजा रघुवंशी मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने जब सोनम को सबूत दिखाए तो वह टूट गई और उसने कबूल कर लिया कि राजा की हत्या में शामिल है। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर पुलिस की ओर से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है। इस मामले की जानकारी देते हुए ईस्ट खासी हिल्स के एडिशनल एसपी आशीष ने बताया, आज संदिग्धों को कोर्ट में भेजने के लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है। इसलिए हमें उनसे पूछताछ करने का समय नहीं मिला। इस बात की प्रबल संभावना है कि वह (सोनम रघुवंशी) इसमें शामिल है। लेकिन अभी इसकी पुष्टि करना मुश्किल है क्योंकि जांच लंबित है। हम शुरुआती चरण में हैं। जैसे ही हमें नई जानकारी मिलेगी, हम उसे साझा करेंगे… अभी जो भी जानकारी (सार्वजनिक डोमेन में है) वह ठोस नहीं है। राजा रघुवंशी हत्याकांड पर पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सायम ने कहा कि हम अभी आरोपी को यहां लेकर आए हैं। अब गहन जांच शुरू होगी। हमारे पास उसकी संलिप्तता के पर्याप्त सबूत हैं। पूरी तस्वीर के बारे में – उसकी संलिप्तता कितनी थी और उसने क्या किया – यह सब बाद में पता चलेगा। इससे पहले मेघालय पुलिस की जांच में जो सबसे हैरान करने वाली बात सामने आई थी वह यह थी कि राजा की हत्या के बाद सोनम इंदौर आई थी और अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा से मुलाकात की थी। फिर वह वाराणसी गई और उसके बाद गाजीपुर के नंदगंज में पकड़ी गई। इस बीच, शिलांग पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा के साथ ही अन्य आरोपियों विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को ट्रांजिट रिमांड पर शिलांग ले गई है।
गाजीपुर में आत्मसमर्पण करने के बाद सोनम ने कहा था कि उसे नशीला पदार्थ खिलाकर मेघालय से यूपी लाया गया था। लेकिन मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया है कि 23 मई को पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम गुवाहाटी चली गई थी। वहां से ट्रेन से वह 25 मई को इंदौर पहुंची और राज कुशवाहा से मिली। दोनों किराए के एक कमरे में एक साथ रुके। अगले दिन राज ने एक कार से सोनम को उत्तर प्रदेश भेज दिया। राज की योजना सोनम को फतेहपुर जिले में अपने पैतृक गांव में रुकवाने की थी। लेकिन सोनम वाराणसी समेत कई जगह रुकी और जब इंदौर में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हुई तो 9 जून की रात वह गाजीपुर के नंदगंज पहुंची और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। हालांकि, इंदौर पुलिस ने सोनम के यहां आने की पुष्टि नहीं की है।