दस सूत्री मांगों को लेकर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ का धरना तीसरे दिन भी रहा जारी

आजमगढ़। सम्माजनक मानदेय व स्थायी कर्मी बनाये जाने समेत दस सूत्री मांगों को लेकर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ का धरना तीसरे दिन बुधवार को भी अम्बेडकर पार्क में जारी  रहा।  मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपते हुए अल्टीमेटम दिया लम्बे समय से आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां की मांग लम्बे समय से लम्बित है, अगर शीध्र मागें पूरी नहीं हुई तो हम भूख हड़ताल और लखनऊ धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
प्रदेश अध्यक्ष द्रौपदी सिंह ने कहा कि हमारी दस सूत्री मांगों में 62 वर्ष पर आंगनबाड़ी महिलाआें को बिना पेंशन व ग्रेच्युटी दिये ही सेवा निवृत्ति कर दिया गया, इन्हें अन्य राज्यों की भांति पेंशन/ग्रेच्युटी के साथ सेवानिवृत्तिक लाभ दिया जाए, भारत सरकार के आदेशानुसार हर पांच साल पर इन्क्रीमेंट का प्राविधान है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा विगत पांच वर्षो से किसी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का इंक्रीमेंट नहीं कया गया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्ति व पेंशन आदि सम्बन्धी मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसके बावजूद शासन द्वारा नई भर्तियां का शासनादेश जारी करना अनुचित है, नई भर्ती का शासनादेश व भर्तियां संबंधित विज्ञप्ति वापस लिया जाए, उत्तर प्रदेश सरकार अपने घोषणा पत्र का पालन कर आंगनबाडी कार्यकर्त्री व मिनी आंगनबाड़ी को 15 हजार व सहायिकाओं का मानदेय 10 हजार रूपया किया जाए।
अन्य मांगों की बात करते हुए जिला उपाध्यक्ष नीतू पांडेय ने कहा कि मातृ समिति के खाते में अन्य प्रशासन और गोदभराई का पैसा बैंकों द्वारा लो बैलेंस चार्ज के रूप में काट रहे है, उसे बंद किया जाए और हॉट कुक्ड मील सहित प्रधानों का हस्तक्षेप बंद कर समस्त बजट आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों के खाते में भेजी जाए, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ स्वयं सहायता समूह की सम्बद्धता के कारण हो रही समस्याओं के निवारण हेतु इनकी समाप्त किया जाए, प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का रूका हुआ दो माह का मानदेय नवंबर व दिसंबर 2017 का लंबित भुगतान दिया जाए, साथ ही जुलाई, अगस्त 2020 में काम लिया गया लेकिन उसका भी मानदेय नहीं दिया गया।
वंदना मौर्या व सीमा सिंह ने कहा कि विभिन्न जनपदों में संचालित होने वाली आंगनबाड़ी केंद्र का किराया नहीं मिलता है, उसे आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों के माध्यम से किराये का भुगतान किया  जाए, जिससे आंगनबाडी केंद्र सुचारूप रूप से चलता रहे व केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों के हित में बनाये गये श्रम कानूनों का कड़ाई से पालन कराया जाए सभी कर्मचारियां का भविष्य निधि ग्रेच्युटी व चिकित्सकीय अवकाश वार्षिक तथा पर्व का अवकाश दिये जाने की मांग शामिल रहे।
इस अवसर पर निशा सिंह, सुनीता सिंह, अनुराधा, सुमन, कुसुम, उषा सिंह, शीला सिंह, प्रतिमा सिंह, रानी मौर्या, कुमुद, कुसुम उपाध्याय, कंचन मिश्रा, सुमन चतुर्वेदी, आशा, राधिका, शोभा, बीनू पूनम मौर्या, रीता सिंह, मंजू, मंशा, लालिमा, सुमित्रा, पूनम, आदि मौजूद रही।