कोविड-19 से लड़ने के लिए सभी विकास खंडों में एवं नगर पालिका परिषदों में 1-1 जोनल मजिस्ट्रेट की हुई तैनाती

आजमगढ़ 21 मई– मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला ने बताया है कि जनपद में कोविड-19 से लड़ने के सम्बंध चल रहे चिकित्सा व प्रशासनिक विभाग के प्रयासों में समन्वय व अनुश्रवण के लिए एक वृहद तंत्र विकसित किया गया है जो सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। इस तंत्र के सबसे निचले स्तर पर ग्राम पंचायत व वार्ड स्तर पर ग्राम निगरानी व मुहल्ला निगरानी समितियां है। इसके ऊपर न्याय पंचायत व नगरीय क्षेत्रों में 5 वार्डों के समूह में प्रत्येक में 1-1 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किया गया है, इनके ऊपर सभी विकास खंडों में एवं नगर पालिका परिषदों में प्रत्येक में 1-1 जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, इनके ऊपर सभी तहसील के उपजिलाधिकारी हैं, जिनको सुपर जोनल मजिस्ट्रेट और इंसिडेंट कमांडर के रूप में तैनात किया गया है।
उन्होने बताया कि इस तंत्र के कार्यों की संरचना इस प्रकार की है कि ग्राम व मुहल्ला निगरानी समितियां जिनमे सम्बंधित लेखपाल, आशा, आंगनबाड़ी, प्रधान, सभासद तथा कोटेदार आदि हैं। वे प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्रों में डोर टू डोर सर्वे करती हैं, जिसमे इनके द्वारा रोग के लक्षण वाले और होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों को दवा की किट उपलब्ध कराना, उनके गंभीर होने की दशा में आवश्यक सहायता देना, कण्टेन्मेंट जोन की व्यवस्था देखना, साफ सफाई व सैनिटाइजेशन कराना और कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग तथा टीकाकरण के लिए परामर्श देना तथा क्षेत्रीय जनता के साथ बैठक करना आदि कार्य हैं। इन निगरानी समितियों के कार्यों का दैनिक अनुश्रवण सम्बंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट जो 300 कि संख्या में तैनात हैं, उनके द्वारा किया जाता है व प्राप्त सूचनाओं का संकलन व अपेक्षित कार्यवाही की जाती है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के अनुश्रवण के लिए जोनल मजिस्ट्रेट को दायित्व दिया गया है जो सीधे अपने-अपने उपजिलाधिकारी अर्थात सुपर जोनल मजिस्ट्रेट के प्रति उत्तरदायी हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रतिदिन अपनी निगरानी समिति से सूचनाएं एकत्र करते हैं, उन्हें दवा की किट उपलब्ध कराते हैं और संकलित सूचना अपने जोनल मजिस्ट्रेट जिनकी संख्या जनपद में 24 है, को देते हैं और जोनल अपने सुपर जोनल को यह सूचना देते हैं। सुपर जोनल इन सूचनाओं को जनपद द्वारा विकसित गूगल शीट पर ऑनलाइन भरते हैं, जिसके उपरांत यह जनपद के लिए विकसित डैशबोर्ड पर प्रदर्शित होने लगती है, जिससे प्रतिदिन कोविड-19 के सम्बंध में की गयी गतिविधि और तत्काल की जाने वाली अपेक्षित गतिविधि की रूपरेखा तय हो जाती है। इस डैशबोर्ड व गूगल शीट के आधार पर जिलाधिकारी द्वारा प्रतिदिन शाम 8 बजे चिकित्सा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों व मजिस्ट्रेटगण के साथ ज़ूम मीटिंग द्वारा समीक्षा की जाती है, जिसमे उस दिन की प्रगति, रोगियों की स्थिति व अन्य समस्त व्यवस्थाओं की समीक्षा एवं अगले दिन की रणनीति तय की जाती है व किसी क्षेत्र में अगर विशेष समस्या होती है तो उसका तत्काल संज्ञान लिया जाता है। सम्पूर्ण व्यवस्था की देख रेख व समन्वय के लिए इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर कार्य करता है, जहां प्रतिदिन प्रातः जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी व अन्य अधिकारियों की बैठक की जाती है।
उन्होने बताया कि जनता के सहयोग के लिए कोविड कंट्रोल रूम में दो टोल फ्री नम्बर 18008896734 तथा 18001802396 के साथ 11 अन्य लैंडलाइन व मोबाइल नम्बर कार्य करते है,ं जिस पर आमजन की कोविड सम्बन्धी किसी भी समस्या का त्वरित समाधान किया जाता है।