अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार

आजमगढ़। अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र के लिए लम्बे समय से संघर्ष कर रहे गोंड समाज के लोगों को अब इसके इंतजार नहीं करना होगा। जिलाधिकारी ने सभी तहसीलदारों को धुरिया, नायक, ओझा, पठारी व राजगोंड के आधार पर पहचान कर गोंड जाति के लोगों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी का आदेश दिया। इससे समाज के लोगों में हर्ष व्याप्त है।
गोंड जन जाति संघर्ष समिति के सह संयोजक विजय कुमार गोंड एडवोकेट ने कहाकि गोंड समाज के लोगों को अनुसूचिज जनजाति का प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए पिछले कई वर्षों से समाज से जुड़े संगठन संघर्षरत् है। बीते 11 सितम्बर को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिले के सभी तहसीलदारों व संघर्ष समिति के प्रतिनिधियां के बीच वार्ता हुई। जिसमें जिलाधिकारी ने आवेदक की स्थलीय जांच करने के बाद धूरिया, नायक, ओझा, पठारी और राजगोंड के आधार पर पहचान कर गोंड जाति के लोगों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने का आदेश दिया है। उन्होने कहाकि जिला प्रशासन के इस आदेश से तहसीलों में गोंड समाज के प्रति जो भ्रम की स्थिति बनी है वह खत्म हो जायेगी और उन्हे अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र और शासन द्वारा चलाई जा रही सुविधाओं का लाभ मिलने लगेगा।