जिले में “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान का आगाज, इस अभियान में क्या है ख़ास देखे

जिले में “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान का आगाज

गर्भवती और धात्री माताओं को स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति किया जायेगा जागरूक
आजमगढ़, 5 मई 2022
जनपद में मातृत्व स्वास्थ्य की कई योजनाएं चल रही हैं। इसी क्रम में एक मई से शुरू हुआ विशेष अभियान “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” 31 मई तक चलेगा। मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी लाने के उद्देश्य से अभियान के दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी का।

डॉ तिवारी ने बताया कि प्रसव पूर्व समस्त जांच तथा समय गोलियों के सेवन के लिए भी जागरूक कि जा रहा है। साथ ही आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आयरन की गोलियां खाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। जिले की स्वास्थ्य इकाइयों (जिला महिला/संयुक्त चिकित्सालय, सीएचसी, पीएचसी एवं उपकेंद्र) पर नि:शुल्क जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
जिला परामर्शदाता दिनेश कुमार ने बताया कि जिले में विभाग द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर को कम करने के लिए कई योजनाएँ संचालित हैं, जिसके माध्यम से गर्भावस्था व प्रसवोपरांत की अवस्था में महिलाओं को बेहतर भोजन संबंधी सलाह, जांच एवं निशुल्क दवाएं उपलब्ध करायी जाती हैं। लाभार्थी को 100 दिनों तक नियमित आयरन की गोली खाने के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान की शुरुआत की गई है। जिसके तहत सूक्ष्म पोषक तत्व फोलिक एसिड, आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोलियां गर्भवती व धात्री महिलाओं में वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य व पोषण की सेवाएं भी दी जाएंगी।
दिनेश कुमार ने बताया कि इस दौरान आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम द्वारा प्रथम त्रैमास वाली सभी गर्भवती को फोलिक एसिड उपलब्ध कराना। दूसरे और तृतीय त्रैमास की सभी गर्भवती से पूर्व में दिए गए आयरन फोलिक एसिड कैल्शियम की गोलियों के बारे में जानकारी लेना तथा अगले दिनों के लिए दवा उपलब्ध कराना। सभी गर्भवती का वजन व लंबाई का पिछली प्रसव पूर्व जांच में लिए गए वजन से तुलना कर वजन में वृद्धि का आंकलन करना। सभी गर्भवती की जांच करना उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं की पहचान कर उन्हें चिन्हित करते हुये, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर नामांकित कर उनका फॉलोअप किया जायेगा। इस अभियान के दायरे में ज्यादा से ज्यादा लाभार्थी को लाभ दिया जा सके, इसके लिए एक से 24 मई तक गर्भवती और धात्री माताओं को चिन्हित किया जाएगा। जबकि 25 से 31 मई तक छूटे हुए लाभार्थियों के लिए मापअप राउण्ड चलाया जायेगा।